Punjab News: पंजाब में पराली जलाने के मामले बढ़ने को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने प्रदेश में बढ़ती पराली जलाने की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान को घेरा है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा कि भगवंत मान ने पराली का समाधान करने का दावा किया था, लेकिन आज वो दावे खोखले साबित हो गए हैं, उल्टा सरकार किसानों पर पर्चे दर्ज कर रही है, मामला 'पंजाब कोर्ट' तक पहुंच गया.


 सुखबीर सिंह बादल ने अपनी पोस्ट के साथ वीडियो भी शेयर किया है. जिसमें कहा गया है कि सीएम मान ने सत्ता में आने से पहले चुनाव के समय पराली जलाने से फैले प्रदूषण को लेकर कई दावे किए थे. लेकिन अब किसानों पर पर्चे दर्ज कर किसानों के साथ धोखा किया जा रहा है.


पराली जलाने के मामले पर क्या कहती है सरकार?


बता दें कि एक तरफ जहां विपक्ष पराली जलाने के मुद्दे पर सरकार को घेर रहा है. वहीं दूसरी तरफ दिवाली पर प्रदूषण को लेकर पंजाब के पर्यावरण मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने दावा किया था कि पिछले 2 सालों के मुकाबले इस साल दिवाली पर पंजाब का प्रदूषण कम रहा है. मंत्री मीत हेयर ने कहा कि इस साल दिवाली पर वायु गुणवत्ता सूचकांक स्तर साल 2022 से 7.6 प्रतिशत और 2021 से 22.8 प्रतिशत कम रहा. पंजाब का दिवाली पर औसत प्रदूषण वायु गुणवत्ता सूचकांक 207 दर्ज किया गया. वहीं साल 2022 की अगर बात करें तो AQI 224 और साल 2021 में AQI 268 दर्ज किया गया था.



CM मान ने नकद प्रोत्साहन देने पर दिया था जोर


वहीं पराली जलाने के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री भगवंत मान की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी. उन्होंने कहा था कि किसानों को खेतों में धान की पराली जलाने से रोकने के लिए नकद प्रोत्साहन देने पर जोर दिया. साथ ही सीएम मान ने कहा कि राज्य सरकार फसल अवशेषों को जलाने से रोकने के लिए कई कदम उठा रही है.


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