Punjab News: श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को बदले जाने की खबरों पर अब विराम लग गया है. आज अमृतसर में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक (एसजीपीसी) समिति की अंतरिंग कमेटी की मीटिंग में जत्थेदार को हटाने का एजेंडा नहीं रखा गया, जिससे यह साफ हो गया कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को उनके पद से नहीं हटाया जाएगा.


एसजीपीसी ने कहा कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पथंक क्षेत्र में बहुत बड़े काम किए हैं. आज की मीटिंग में उनसे संबंधित कोई एजेंडा या मुद्दा नहीं है. फिलहाल उनकी सेवाएं खत्म होने पर विराम चिन्ह लग गया है. पहले की तरह ही श्री अकाल तख्त साहिब और तख्त श्री दमदमा साहिब में जत्थेदार के तौर पर सेवा जारी रखेंगे. आज की मीटिंग में पिछले दिनो में दरबार साहिब में हुए धमाकों और पंजाब में हो रही बेअदबियों पर मुख्य एजेंडा के तौर पर बातें रखी गईं.


एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी का बयान


एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने जत्थेदार साहिब के पद पर बने रहने पर कहा कि जत्थेदार साहिब समाज में रहते हैं और इनकी एक मर्यादा भी है और इनकी ये मर्यादा कहां तक सीमित रहेंगी, ये एक कमेटी बना कर निर्धारित करेंगे.


श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से बीते दिनों में आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा की सगाई के समागम में शिरकत की गई थी, जिसको लेकर सियासी नेताओं द्वारा व अकाली दल के कुछ नेताओं की ओर से काफी विरोध हुआ था. उस से पहले भी जत्थेदार हरप्रीत सिंह एक समागम में अकाली दल पर बयान दे चुके हैं, जहां उन्होने कहा था कि अकाली दल सरमाएदारों की पार्टी बन गई है. ऐसे में काफी चर्चाएं थीं कि उनको पद से हटाया जा सकता है और नये जत्थेदार साहिब को पद पर बैठाया जा सकता है. ऐसे में आज एसजीपीसी की तरफ से ये साफ कर दिया गया है कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह ही जत्थेदार बने रहेंगे.


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