शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) द्वारा गठित एक संयुक्त समिति देश भर की विभिन्न जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के समक्ष उठाएगी. एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. इसके अलावा यह संयुक्त समिति कर्नाटक और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों के साथ भी बैठक करेगी और उनसे अपने-अपने राज्यों में सिख कैदियों की रिहाई पर तुरंत निर्णय लेने को कहेगी.
इस संयुक्त समिति के सदस्यों में एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान, दमदमी टकसाल के मुखिया बाबा हरनाम सिंह खालसा आदि शामिल हैं. एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि सिख कैदियों की रिहाई के लिए कई प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से मुलाकात की जाएगी.
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कई मुख्यमंत्रियों से करेंगे मुलाकात
धामी ने कहा कि कई सिख कर्नाटक की जेल में बंद हैं, इसलिए उनकी रिहाई के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी. इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से प्रो. दविंदर पाल सिंह की रिहाई के लिए एसजीपीसी का डेपुटेशन मुलाकात करेगा. वहीं पंजाब के सीएम बलवंत सिंह राजोआणा की रिहाई के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात की जाएगी. धामी ने कहा कि गुरु नानकदेव के 550वें प्रकाश पर्व पर सिखों की रिहाई का एलान किया गया था लेकिन अभी भी कुछ सिख जेलों में बंद हैं और पैरोल पर नहीं आ पा रहे. बता दें कि पहले सिखों की रिहाई के लिए एसजीपीसी ने 9 मेंबरी कमेटी बनाई थी फिर बाद में इसमें दो और मेंबर जोड़े गए.