Punjab News: सिख धर्म के प्रसिद्ध तीर्थ श्री हेमकुंट साहिब के कपाट आज सुबह 10:30 बजे पूरे विधि विधान के साथ खोल दिए जाएंगे और इस साल 2023 की यात्रा शुरू हो जाएगी. आज पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पवित्र छवि को रोशन किया जाएगा और सुखमनी साहिब के पाठ के बाद सबसे पहले प्रार्थना की जाएगी और कीर्तन शुरू होगा. संगत के आगमन को लेकर प्रशासन ने भी तैयारी पूरी कर ली है.


संगत को एहतियात बरतने के दिए निर्देश


इसके साथ ही लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी नौ बजे खुलेंगे. श्रद्धालुओं की शोभायात्रा सुबह 4 बजे गोबिंद धाम से निकलकर श्री हेमकुंट साहिब पहुंचेगी और स्नान कर दर्शन करेगी. कुछ दिन पहले ही बर्फ हटाने के इंतजाम शुरू कर दिए गए थे और अभी भी काफी हद तक बर्फ हटाई जा रही है और प्रशासन ने संगत को एहतियात बरतने के निर्देश भी दिए हैं. गौरतलब है कि खराब मौसम और अत्यधिक ठंड के कारण यात्रियों को सांस की तकलीफ के साथ चलते समय सबसे ऊपर रहने की सख्त मनाही है और संगत को दर्शन के बाद वापस लौटना होगा.


हेमकुंट साहिब नहीं जा सकेंगे ये यात्री


बता दें कि 60 साल से अधिक उम्र के बीमार लोग हेमकुंड साहिब के दर्शन नहीं कर सकेंगे. चमोली जिला प्रशासन की अपील पर गुरुद्वारा प्रबंधन द्वारा ऐसे यात्रियों को ऋषिकेश में ही रोका जाएगा. हालांकि हेमकुंट साहिब में बर्फ पिघलने के बाद ऐसे यात्रियों को यात्रा की अनुमति दी जाएगी. 


सड़क पर 8 फुट तक जमी बर्फ


गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब प्रबंधन ट्रस्ट के प्रबंधक सरदार दर्शन सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि श्री हेमकुंट साहिब जाने वाली सड़क पर आठ फुट बर्फ है. ऐसे में इस समय वहां ऑक्सीजन की मात्रा बहुत कम है. इसके चलते 60 साल से अधिक उम्र के ऐसे लोग जो उच्च रक्तचाप, अस्थमा और मधुमेह से पीड़ित हैं, उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं होगी. इसके अलावा बच्चों को भी फिलहाल यात्रा में ले जाना प्रतिबंधित रहेगा. हालांकि बर्फ पिघलने के बाद ये लोग यात्रा कर सकते हैं.


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