Protest For Sikh Prisoners In Chandigarh: पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में बंदी सिखों की रिहाई को लेकर चल रहे प्रदर्शन ने उग्र रूप धारण कर लिया है. चंडीगढ़ पुलिस से प्रदर्शनकारियों की तगड़ी झड़प हुई. यही नहीं इस दौरान पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की गई. प्रदर्शनकारी मोहाली से चंडीगढ़ पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारियों ने घोड़े और ट्रैक्टर लेकर चंडीगढ़ में एंट्री की. मोहाली और चंडीगढ़ के बॉर्डर पर पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़कर प्रदर्शनकारी आगे बढ़ रहे हैं. इसकी वजह से चंडीगढ़ की सड़कों पर दिल्ली की 26 जनवरी की हिंसा जैसे हालत हो गए.


प्रदर्शनकारी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आवास की तरफ जा रहे है. इसे देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने सीएम आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी है. दरअसल पंजाब और चंडीगढ़ के बॉर्डर पर 7 जनवरी से धरने पर बैठे कौमी इंसाफ मोर्चा के प्रदर्शनकारीयों की पुलिस के साथ झड़प हुई. मोहाली और चंडीगढ़ बॉर्डर पर पुलिस की ओर से बैरिकेड लगाए गए थे. बैरिकेड को तोड़कर कौमी इंसाफ मोर्चा की तरफ से चंडीगढ में दाखिल होने की कोशिश की गई. इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस की तरफ से वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. इस बीच तलवारें भी लहराई गईं.


एक महीने से धरने पर बैठे हैं प्रदर्शनकारी


गौरतलब है कि कई सालों से जेलों मे बंद सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर पिछले एक महीने से चंडीगढ़ के बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए थे और सीएम आवास की तरफ मार्च कर रहे थे. आपको बता दें कि प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांगों में सजा पूरी करने के बावजूद जेलों में बंद सिख कैदियों की रिहाई, बेअदबी मामलों में इंसाफ, आरोपियों को जल्द सजा और गोलीकांड में इंसाफ हैं. इसके साथ-साथ प्रदर्शनकारियों की ओर से बेअदबी की घटनाओं में बेहद सख्त कानून बनाने की भी मांग की जा रही है.


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