Singhu Border: सिंघु बॉर्डर पर निहंग सिखों के बने रहने को लेकर सवालिया निशान हट गया है. निहंग सिखों ने साफ कर दिया है कि वह सिंघु बॉर्डर पर बने रहेंगे. किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे निहंग सिख सदस्यों ने वहां रहकर आंदोलन को मजबूती प्रदान करने का निर्णय लिया है. निहंग सिखों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है.
निहंग नेताओं के अनुसार, प्रदर्शन स्थल नहीं छोड़ने का निर्णय धार्मिक महापंचायत में लिया गया. निहंग सिख नेता जत्थेदार राजा राज सिंह ने कहा, ''हम यहीं रहेंगे. हम यहां किसानों का समर्थन करने आए हैं और आंदोलन को मजबूत करते रहेंगे. लोगों के समर्थन के आधार पर हमने सिंघू बॉर्डर नहीं छोड़ने का निर्णय लिया है. हम यहां तब तक रहेंगे जब तक आंदोलन चलेगा."
दरअसल 15 अक्टूबर को निहंग सिखों द्वारा सिंघु बॉर्डर पर दलित युवक लखबीर सिंह की हत्या कर दी थी. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के कुछ सदस्यों ने सिंघु बॉर्डर पर निहंग सिखों की उपस्थिति को लेकर सवालिया निशान खड़े किए थे.
निहंग सिखों ने तोड़ी चुप्पी
निहंग सिखों ने इन नेताओं को भी जवाब दिया है. निहंग सिखों का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा के किसी किसान नेता के कहने से हम यहां नहीं आए थे. निहंग सिखों द्वारा जारी बयान में कहा गया कि संयुक्त किसान मोर्चा के कुछ नेताओं को छोड़कर किसी ने हमारे वापिस जाने किसी ने कुछ नहीं बोला.
निहंग सिखों का कहना है कि संयुक्त किसान मोर्चा के कामो में हमारा कोई काम नहीं है. निहंग सिखों ने दावा किया कि संयुक्त किसान मोर्चा के कई नेताओं के साथ भी हमारी बैठक हुई है उन्होंने भी हमें रुकने को कहा गया है संयुक्त किसान मोर्चा की 6 सदस्य कमेटी निहंग सिखों का पक्ष सुनेगी.
राम रहीम को कोर्ट से मिली राहत, नहीं जाना होगा पंजाब, जेल से ही होगी मामले की सुनवाई