Haryana News: हरियाणा पुलिस ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 2012 बैच के IAS धर्मेंद्र सिंह को 1 करोड़ की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. IAS धर्मेंद्र सिंह पर 2022 में सोनीपत में म्यूनिसिपल कमिश्नर रहने के दौरान रिश्वत लेने का आरोप है. आईएएस धर्मेंद्र सिंह एचसीएस से आईएएस बना था और अभी फिलहाल हरियाणा भवन दिल्ली में कार्यरत्त था. आईएएस धर्मेंद्र सिंह को गुरुग्राम में उनके घर से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के अनुसार धर्मेंद्र सिंह को एसआईटी और फरीदाबाद पुलिस के एक संयुक्त अभियान में गिरफ्तार किया गया.
साल 2022 के दौरान दर्ज हुई थी शिकायत
नई दिल्ली के रणजीत नगर निवासी ललित मित्तल ने साल 2022 में कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी. ललित मित्तल ने अपनी शिकायत में बताया था कि पंकज गर्ग, आरबी शर्मा और जेके भाटिया नाम के लोगों ने उन्हें नगर निगम में सरकारी टेंडर दिलाने का झांसा दिया था. इसके लिए 1.11 करोड़ रुपये की रिश्वत भी ली गई थी. इन लोगों के द्वारा ललित मित्तल को बताया गया था कि रिश्वत की रकम उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई गई है. इसके बाद कोई सरकारी टेंडर उसे नहीं मिला तो उसने शिकायत दर्ज करवाई.
मामले की जांच कर रही थी एसआईटी
ललित मित्तल की शिकायत के बाद इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया. जांच के दौरान एसआईटी ने पाया कि धर्मेंद्र सिंह ने नगर निगम में संयुक्त आयुक्त रहते हुए रिश्वत ली थी. इसके सबूत भी एसआईटी को मिल गए. जांच के दौरान एसआईटी के सामने एक और घोटाले की बात सामने आई. आईएएस धर्मेंद्र सिंह ने एक इमारत के निर्माण में 57 करोड़ के टेंडर की राशि को बढ़ाकर 87 करोड़ रुपए कर दिया था. गलत तरीके से टेंडर की राशि को बढ़ाया गया था. जांच पूरी होने के बाद एसआईटी ने सरकार से आईएएस की गिरफ्तारी की अनुमति मांगी और सोमवार को आईएएस धर्मेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया. आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.