Punjab News: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ मीटिंग पर संयुक्त किसान मोर्चा ने यू-टर्न लिया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने चन्नी के साथ 23 दिसंबर को होने वाली मीटिंग के लिए एजेंडा फाइनल कर लिया है. इससे पहले तारीख बदले जाने के फैसले पर आपत्ति जाहिर करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने मीटिंग का बॉयकॉट करने की बात कही थी.


सीएम के साथ मीटिंग का एजेंडा फाइनल करने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा में शामिल पंजाब की 32 किसान यूनियन ने बैठक बुलाई. बैठक के बाद बयान जारी कर कहा गया, ''किसानों की पूरी तरह से कर्ज माफी, आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज किए गए मुकदमें, फसलों के बर्बाद होने पर मुआवजे की कम राशि, सीएम के साथ मीटिंग में चर्चा का विषय रहेंगे.''


एसकेएम ने कहा, ''राज्य सरकार की ओर से वादा किया गया है कि आंदोलन के दौरान दर्ज हुई सभी मुकदमों को वापस ले लिया जाएगा. लेकिन चंडीगढ़ में दर्ज हुए पर्चों पर बात आगे बढ़ती नहीं दिख रही. राज्य सरकार को राज्यपाल से चंडीगढ़ में दर्ज हुए केस वापस लेने की अपील करनी चाहिए.''


टोल प्लाजा से नहीं हटेंगे किसान


एसकेएम की ओर से बेरोजगार किसानों का मुद्दा भी उठाया गया है. एसकेएम ने कहा कि जिस डीएसपी ने बेरजोगार टीचर्स के खिलाफ लाठीचार्ज करने का निर्देश दिया था उसे हटाया जाना चाहिए. इसके साथ ही एसकेएम ने साफ कर दिया कि जब तक बढ़े हुए टोल चार्ज वापस नहीं होते तब तक टोल प्लाजा से पक्के मोर्चे नहीं हटाए जाएंगे.


बता दें कि किसान आंदोलन खत्म होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ बाकी बची मांगों पर मीटिंग फाइनल की थी. इस मीटिंग का आयोजन पहले 17 दिसंबर को होना था, लेकिन इसे दो बार टाला जा चुका है.


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