Sangrur News: संगरूर में माहौल खराब करने की कोशिश, सरकारी ऑफिस की दीवार पर लिखे गए 'खालिस्तान जिंदाबाद' के नारे
Sangrur News: संगरूर में लोकसभा उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान की जीत के बाद संगरूर में सरकारी ऑफिस के दीवारों पर खलिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे गए हैं.
Sangrur News: आम आदमी पार्टी की संगरूर में हार और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान के जीत के बाद खालिस्तानी जिंदाबाद के नारे लिखे गए है. संगरूर में रीजनल वाटर टेसटिंग लैबोरेटरी और महाराजा रणबीर क्लब पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे गए हैं. ऐसे में इस तरह की हरकत से कानून व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं.
फरीदकोट और फिरोजपुर में भी लिखे जा चुके नारे
पंजाब मे इस से पहले भी कई बार खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे जा चुके है. इससे पहले फरीदकोट और फिरोजपुर में भी खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे जा चुके हैं. फरीदकोट में पहले बाजीगर बस्ती के पार्क और फिर जज की कोठी की दीवार पर यह नारे लिखे गए थे. इसके बाद फिरोजपुर में डिविजनल रेलवे मैनेजर (DRM) की कोठी के बाहर यह नारे लिखे गए थे. हालांकि पुलिस ने इसका ठीकरा सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू पर ठीकरा फोड़ दिया.
पंजाब के संगरूर में लोकसभा उपचुनाव आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. भगवंत मान के विधायक बनने के बाद खाली हुई इस सीट पर शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के उम्मीदवार सिमरनजीत सिंह मान ने बड़ी जीत हासिल की है. इसी के साथ माना जा रहा है कि राज्य में सरकार बनाने के बावजूद भगवंत मान अपना गढ़ बचाने में नाकाम रहे और महज तीन महीने के भीतर ही उनका किला ढह गया.
भगवंत मान की हारऔर सिमरनजीत सिंह मान की जीत के पीछे सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का भी बड़ा रोल माना जा रहा है. मूसेवाला की हत्या के बाद कानून व्यवस्था को लेकर पंजाब में आप सरकार के प्रति नाराजगी देखी जा रही थी. इस बीच सिमरनजीत सिंह मान ने मूसेवाला का समर्थन किया और मान सरकार को आड़े हाथों लिया था.
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