Punjab News: पंजाब में पराली जलाने से वायु प्रदूषण में इजाफा देखने को मिल रहा है. अब तक पंजाब में 32,735 खेतों में पराली जलाने (Stubble Burning) के मामले सामने आए हैं. बीते एक हफ्ते में करीब 15,000 खेतों में पराली जलाई गई है. एक हफ्ते के अंदर इतनी बड़ी तादाद में पराली जलाने की वजह से पंजाब की हवा काफी खराब हो गई है. इतना ही नहीं प्रदूषण से 10 दिन तक लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है.


अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक हर दिन करीब 3000 खेतों में पराली जलाई जा रही है. शहरों के साथ गांव में भी पराली की वजह से प्रदूषण का लेवल काफी बढ़ा हुआ है. अधिकतर लोग आंखों में जलन, गले में दर्द और बदन में दर्द की शिकायतें कर रहे हैं. 


पंजाब के अधिकतर जिलों में शनिवार को आसमान में सिर्फ धुंआ ही दिखाई दे रहा था. बढ़ते प्रदूषण की एकमात्र वजह पराली जलाने की घटनाओं में इजाफा होना है. पंजाब पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड ने जानकारी दी है कि शुक्रवार को पराली जलाने के 3,942 मामले सामने आए.


इतने दिनों तक नहीं मिलेगी राहत


पंजाब पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से बयान जारी क कहा गया, ''बीते 6 दिनों में 50 फीसदी से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. गुरुवार और शुक्रवार को मिलाकर 9,269 मामले दर्ज किए गए. अगली फसल के लिए खेत तैयार किए जा रहे हैं और इसी वजह से पराली के मामलों में इजाफा हुआ है.


पंजाब के लोगों अभी कम से कम 10 दिन तक खराब हवा से 10 दिन तक राहत नहीं मिलने वाली है. कृषि विभाग ने कहा, ''सात से दस दिन के बाद ही पराली जलाने की घटनाओं में कमी आएगी. खरीफ का सीजन अब खत्म हो चुका है.''


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