NEET UG Re-Exam News: केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में NEET UG री एग्जाम का रविवार को आयोजन किया गया. इसके लिए चंडीगढ़ सेक्टर 44 के सेंट जोसफ स्कूल में परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. इस एग्जाम में ग्रेस मार्क पाने वाले दो बच्चों को शामिल होना था, लेकिन दोनों मे से कोई भी बच्चा परीक्षा देने नहीं आया. 


दरअसल, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा 23 जून को चंडीगढ़ सहित देश के छह शहरों में विवादों के बीच NEET-UG की परीक्षा दोबारा से कराई जा रही है. नीट यूजी री एग्जाम (NEET UG Re-Exam) में केवल 1,563 छात्र शामिल होंगें. 


नीट यूजी री एग्जाम परीक्षा केंद्रों पर एनटीए (NTA) और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी भी इस दौरान मौजूद रहेंगे. रविवार को यह परीक्षा दोपहर 2 बजे से सायं पांच बजकर 20 मिनट तक आयोजित की जाएगी. 


ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों को एग्जाम देने की इजाजत


चंडीगढ़ नीट यूजी री एग्जाम में केवल वही प्रतियोगी शामिल हो रहें हैं, जिन्हें इस परीक्षा में ग्रेस मार्क्स मिले थे. ऐसे दो बच्चों को री एग्जाम में शामिल होना था. परीक्षार्थियों को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजकर 30 बजे तक केंद्र के अंदर प्रवेश की इजाजत दी गई थी. इस दौरान एक भी बच्चा एग्जाम देने परीक्षा केंद्र पर हीं पहुंचा.


पांच मई को पहली बार कराया गया था एग्जाम


पहली बार NEET-UG परीक्षा पांच मई 2024 को देशभर के हजारों केंद्रों पर कराई गई थी. इस परीक्षा के पेपर लीक होने का मामला पिछले कुछ दिनों से देशभर में विवाद का विषय बना हुआ है. इसको लेकर धरना प्रदर्शन का सिलसिला जारी है. सियादी दलों के नेता नीट यूजी एग्जाम 2024 को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. 


नीट एग्जाम 2024 पेपर लीक के मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई लंबित है. विवाद के बीच पिछली बार की परीक्षा में ग्रेस मार्क्स वापस लेने के बाद मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जा रही है. नीट यूजी एग्जाम विवाद का विषय उस समय बनगया जब एक साथ 67 छात्रों ने 720 में 720 अंक हासिल कर लिए. इनमें से 6 छात्र एक ही केंद्र के थे. इसके बाद नीट परीक्षा में धांधली के आरोप लगे और यह अब सियासी विवाद का विषय भी बन गया है. 


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