पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल के ऊपर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में हमले की कोशिश को लेकर अलग-अलग दलों के राजनेताओं के बयान भी सामने आए हैं. अधिकतर राजनेताओं ने इस घटना की निंदा करने के साथ ही सुरक्षा को लेकर सवाल भी खड़े किए हैं. कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि यह हमला एक पूर्व मुख्यमंत्री के ऊपर करने की कोशिश की गई थी. एक ऐसे पूर्व मुख्यमंत्री जिनको अतिरिक्त सुरक्षा भी मिली हुई है. उसके बावजूद अगर उस परिसर में कोई हथियार लेकर पहुंच जाता है तो यह अपने आप में चिंता का विषय है.

शिवसेना नेता ने सुरक्षा पर उठाए सवाल


इसी तरह से शिवसेना उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने भी इस घटना को लेकर चिंता ज़ाहिर की है. प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह घटना अपने आप में चौंकाने वाली है. क्योंकि एक ऐसा परिसर जहां पर लोक शीश झुकाने के लिए जाते हैं वहां पर एक बड़ी घटना को अंजाम देने के मकसद से हथियार लेकर पहुंचना सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक की ओर इशारा कर रहा है.

कांग्रेस नेता ने सीएम मान का मांगा इस्तीफा


कांग्रेस सांसद अमर सिंह ने भी इस घटना पर सवाल उठाते हुए सीधे तौर पर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया. कांग्रेस सांसद अमर सिंह ने कहा कि यह घटना राज्य सरकार और पुलिस की एक बड़ी नाकामी है. क्योंकि इस घटना में एक व्यक्ति स्वर्ण मंदिर तक हथियार लेकर पहुंच जाता है और किसी को भनक तक नहीं लगती. कांग्रेस सांसद ने सुरक्षा में जो कार्य करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का इस्तीफा भी मांगा है.


गौरतलब है कि बुधवार सुबह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर बादल जब स्वर्ण मंदिर में सेवा करने के लिए पहुंचे थे तो उन पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की गई. हालांकि वहां मौजूद मुस्तैद  लोगों ने उसे हमले को तो नाकाम कर दिया. लेकिन पूरी सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल जरूर खड़ा हो गया है.


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