एक्सप्लोरर

Lok Sabha Elections 2024: SAD-BJP का गठबंधन हुआ तो सुखबीर बादल के सामने होंगी ये 5 बड़ी चुनौतियां, पढ़ें पूरी खबर

लोकसभा चुनाव को देखते हुए एक बार फिर से अकाली दल, बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर फैसला ले सकता है. ऐसे में कई सवाल हैं कि अगर दोनों दल एक साथ आते हैं तो उनके सामने कौन-कौन सी चुनौतियां होंगी.

SAD-BJP Alliance News: 25 सितंबर 2020 को शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी का गठबंधन टूट गया था. दोनों का गठबंधन टूटने के बाद पंजाब में अकाली दल कमजोर हो गया है और भाजपा मजबूत दिखाई दे रही है. आने वाले समय में लोकसभा चुनाव को देखते हुए एक बार फिर से अकाली दल, बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर फैसला ले सकता है. जब देश में तीन कृषि कानून लाए गए तो अकाली दल ने इसका विरोध करते हुए बीजेपी से गठबंधन तोड़ लिया था. ऐसे में कई सवाल हैं कि अगर दोनों दल एक साथ आते हैं तो उनके सामने कौन-कौन सी चुनौतियां होंगी.

अकाली दल को झुकना पड़ेगा?
एनडीए का सबसे पुराना साथी अकाली दल था. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के रिश्ते ने इसे मजबूत किया. 25 सितंबर 2020 को सुखबीर सिंह बादल ने चार घंटे की मुलाकात के बाद करीब 25 साल पुराना रिश्ता तोड़ दिया. फिर भी कोर कमेटी की आपात बैठक रात करीब 11:30 बजे तक चली. अब अकाली दल भी फिर से गठबंधन करना चाहता है लेकिन पंजाब बीजेपी के नेता अकाली दल को अपने साथ नहीं जोड़ना चाहते. ऐसे में अकाली दल के सामने कई शर्तें रखी जा सकती हैं. इससे साफ है कि अकाली दल को बीजेपी की हर बात माननी होगी, लेकिन अकाली दल अब बीजेपी के फैसलों पर सवाल नहीं उठा सकता.

नए प्रदेश अध्यक्ष के साथ संबंध
अकाली दल नेतृत्व पहले भी लगातार सुनील जाखड़ पर हमला करता रहा है. जब सुनील जाखड़ कांग्रेस में थे तो उन्हें अकाली दल पर सवाल उठाने पड़ते थे, बीजेपी में शामिल होने के बाद भी शिरोमणि अकाली दल खासतौर पर बादल परिवार पर निशाना साधते रहे. ऐसे में पंजाब बीजेपी के नवनियुक्त अध्यक्ष सुनील जाखड़ से भी रिश्ते सुधारने होंगे. बहराल, जब बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने आदेश जारी किया तो सुनील जाखड़ को भी मानना होगा.

शास्त्रीय अकाली सिरदर्द बन सकती है
शिरोमणि अकाली दल से परेशान होकर कई पारंपरिक अकाली अब बीजेपी का हिस्सा बन गए हैं और कई अंदरूनी लोग बीजेपी का मजाक उड़ाते हैं. टकसालियों में सबसे प्रमुख ढींडसा परिवार है. सुखदेव सिंह ढींडसा और परमिंदर सिंह ढींढसा आज बीजेपी का हिस्सा हैं. बिग ढींडसा हर मीटिंग में बीजेपी को सलाह देते रहे हैं. अकाली दल के खिलाफ झंडा बुलंद करने वाले सुखदेव सिंह ढींढसा ने सुखबीर सिंह बादल की अध्यक्षता से अलग होकर अपनी पार्टी बना ली. ऐसे में सुखदेव सिंह ढींढसा अकाली दल के लिए सिरदर्द बन सकते हैं. 

दिल्ली में अकाली दल का पूर्व नेतृत्व
अगर शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई की बात करें तो मनजिंदर सिंह सिरसा एक बड़ा चेहरा थे जो अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. मनजिंदर सिंह सिरसा लगातार अकाली दल को सांप्रदायिक मुद्दों पर घेर रहे हैं. अकाली दल यह भी दावा करता रहा है कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमेटी को बर्बाद करने वाले मनजिंदर सिंह सिरसा ही हैं, जिन्होंने दिल्ली कमेटी की पूरी कमान आरएसएस और बीजेपी को सौंप दी है.

समान नागरिक संहिता पर रुख बताना होगा
अकाली दल को अब समान नागरिक संहिता पर भी अपना रुख स्पष्ट करना होगा, क्योंकि बीजेपी की विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं. यहां तक कि शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भी कहा है कि, ''खालसा एक स्वतंत्र इकाई है. इस पर कोई कोड लागू नहीं होता और खालसा का अपना कोड है, जिसे गुरु साहिब का आशीर्वाद प्राप्त है. यूसीसी के संबंध में, मैं समझता हूं कि अलग-अलग राज्य हैं और उनकी अपनी संस्कृति है." ऐसे में क्या अकाली दल शिरोमणि कमेटी से अलग रुख अपनाएगा या फिर एसजीपीसी को ही अपना रुख बदलना होगा.

किसान संगठनों से भी डर रहेगा
अकाली दल को सबसे ज्यादा किसान संगठनों के विरोध से बचना होगा. तीन कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के 33 किसान संगठनों की भूमिका से साफ है कि पंजाब के किसान अभी भी केंद्र से नाराज हैं. किसानों को डर है कि केंद्र की मोदी सरकार तीन कृषि कानूनों की तरह ही कोई ऐसा कानून ला सकती है जो किसानों को मार देगा. अकाली दल ने भी इन्हीं कारणों से गठबंधन तोड़ दिया. फिर किसानों को शामिल कर गठबंधन कैसे बनाया जा सकता है.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

America में अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी, भारत लाने की तैयारी! | ABP NewsChitra Tripathi : ट्रंप की वजह से अदाणी टारगेट ? । Gautam Adani Case ।  Maharashtra Election'The Sabarmati report' पर सियासत तेज, फिल्मी है कहानी या सच की है जुबानी? | Bharat Ki BaatAdani Bribery Case: अदाणी पर अमेरिकी केस की इनसाइड स्टोरी! | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Border Gavaskar Trophy: ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन  के लक्षण और बचाव का तरीका
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन के लक्षण और बचाव का तरीका
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
Embed widget