Punjab News: शिरोमणि अकाली दल (SAD) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को पंजाबियों से अपील की कि वे सतलुज यमुना लिंक (SYL) नहर की भूमि के लिए सर्वेक्षण करने वाले केंद्र की किसी भी टीम को राज्य में प्रवेश न करने दें. पटियाला जिले के कपूरी में एक सभा को संबोधित करते हुए शिअद अध्यक्ष ने यह भी घोषणा की कि उनकी पार्टी हरियाणा के साथ पानी की एक बूंद भी साझा नहीं करने देगी.
‘122 किलोमीटर नहर का पंजाब में बनाया जाना है’
रावी और ब्यास नदियों से पानी के प्रभावी आवंटन के लिए एसवाईएल नहर की परिकल्पना की गई थी। इस परियोजना में 214 किलोमीटर लंबी नहर की परिकल्पना की गई है, जिसमें से 122 किलोमीटर का हिस्सा पंजाब में और शेष 92 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में बनाया जाना है. हरियाणा ने अपने क्षेत्र में परियोजना पूरी कर ली है, लेकिन पंजाब में इसकी शुरुआत 1982 में हुई थी और बाद में इसने इसे रोक दिया.
10 अक्टूबर को CM मान के आवास का घेराव
बादल ने कहा, ‘‘चाहे वह शीर्ष अदालत का कोई निर्देश हो या फिर प्रधानमंत्री द्वारा हरियाणा को जल हस्तांतरण की सुविधा के लिए सेना भेजना हो, हम इसे हकीकत नहीं बनने देंगे. प्रदेश के गृहमंत्री रह चुके शिअद प्रमुख ने 10 अक्टूबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान के सरकारी आवास का घेराव करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस विरोध प्रदर्शन में पार्टी के वरिष्ठ नेता, शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य एवं यूथ अकाली दल के कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे.
बादल ने राज्यपाल से की थी मुलाकात
आपको बता दें कि दो दिन पहले अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से भी मुलाकात की थी. बादल ने राज्यपाल से मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त करने का आग्रह किया था. अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था. वहीं उन्होंने कहा था कि सीएम मान ने केजरीवाल के कहने पर सुप्रीम कोर्ट में पंजाब और पंजाबियों की पीठ में छुरा घोंपा है.
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