Parkash Singh Badal Antim Ardas: पिता की अंतिम अरदास में भावुक हुए सुखबीर सिंह बादल, कही ये बड़ी बात
अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पिता प्रकाश सिंह बादल की अंतिम अरदास के दौरान बोलते हुए भावुक हो गए. गृहमंत्री अमित शाह अंतिम अरदास के दौरान बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे थे.
Punjab News: पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का अंतिम अरदास का कार्यक्रम गुरुवार को उनके गांव बादल में मनाया गया. माता जसवंत कौर मेमोरियल स्कूल के मैदान में हुए इस अंतिम अरदास कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश के गृहमंत्री अमित शाह भी पहुंचे. बादल के बेटे और शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इस दौरान भावुक होते हुए संगत को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपके धन्यवाद के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं है.उन्होंने कहा पिछले समय में मुझसे या मेरे परिवार से कोई गलती हुई है तो उसके लिए मैं माफी मांगता हूं.
Irrepayable debt of gratitude for overflowing love and support from supreme Sangat in most painful days fills me with boundless humility. This sacred bond tells me to seek forgiveness from punjabis for any mistake ever inadvertently or wrongly committed. Sangat is supreme. pic.twitter.com/X9AceYTJRe
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) May 4, 2023
गृहमंत्री अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि बादल साहब के जाने से सिख भाईचारे ने अपना सिपाही और देश ने अपना सच्चा देशभक्त खो दिया है. किसानों ने भी अपना हमदर्द खोया है. उन्होंने बादल की तारीफ करते हुए कहा कि 70 साल के सार्वजनिक जीवन में किसी के साथ कोई दुश्मनी ना होना ये भी एक मिसाल की बात है. जो सिर्फ प्रकाश सिंह बादल में मौजूद थी.
5 बार पंजाब के मुख्यमंत्री रहे बादल
प्रकाश सिंह बादल पहली बार मार्च 1970 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने. बादल उस समय यह पद संभालने वाले सबसे कम उम्र के नेता थे. सिर्फ 43 साल की उम्र में बादल पंजाब के मुख्यमंत्री बने थे. बादल अपने लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान, पांच बार (1970-71, 1977-80, 1997-2002, 2007-12 और 2012-17 में) राज्य के मुख्यमंत्री पद पर रहे. 8 दिसंबर, 1927 को जन्मे बादल की राजनीति की शुरूआत बादल गांव का ‘सरपंच’ बनने से हुई थी. पिछले साल विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले बादल देश के सबसे उम्रदराज उम्मीदवार बने. वो 13वीं बार चुनावी मैदान में उतरे थे. बादल का 95 साल की उम्र में 25 अप्रैल को निधन हो गया था.
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