Punjab News: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की आंतरिक कलह के बाद पार्टी के जी-23 समूह ने गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए हैं. हालांकि सोनिया गांधी की ओर से जी-23 समूह के नेताओं की नाराजगी दूर करने के लिए कदम उठाए गए हैं. लेकिन कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ को यह बात रास नहीं आई है. सुनील जाखड़ ने सोनिया गांधी को असंतुष्टों को बहुत ज्यादा भाव नहीं देने की नसीहत दी है. 


सुनील जाखड़ का मानना है कि असंतुष्टों को बहुत ज्यादा भाव देने से दूसरे असंतुष्टों के हौसले बुलंद होंगे. जाखड़ ने कहा, ''असंतुष्टों को 'बहुत ज्यादा भाव देने से न केवल दूसरे असंतुष्टों के हौसले बुलंद होंगे, बल्कि इससे पार्टी कार्यकर्ता भी हतोत्साहित होंगे.''


सुनील जाखड़ ने सोनिया गांधी की जी-23 नेताओं के साथ हो रही बैठकों से संबंधित कुछ समाचार पत्रों की तस्वीरों को लेकर ट्वीट किया. उन्होंने ट्वीट किया, ''झुक कर सलाम करने में क्या हर्ज है मगर सर इतना मत झुकाओ कि दस्तार गिर पड़े.''


सोनिया गांधी की ओर से हुई यह पहल


राहुल गांधी के वफादार मणिकम टैगोर गांधी परिवार के समर्थन में आए. उन्होंने जाखड़ को जवाब देते हुए कहा कि मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के पूर्व प्रमुख लोकतांत्रिक नेता हैं और प्रतिकूल दृष्टिकोण को भी सुनते हैं.


कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात के कुछ दिनों बाद मंगलवार को दिल्ली में अपने आवास पर आनंद शर्मा एवं मनीष तिवारी समेत जी 23 समूह के कुछ नेताओं के साथ बैठक कर पार्टी के आंतरिक मुद्दों को हल करने बारे में चर्चा की थी. आने वाले दिन में कांग्रेस अध्यक्ष समूह के और नेताओं के साथ भी बैठक कर सकती हैं.


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