Haryana Assembly Election: लोकसभा चुनाव के बाद दिल्ली के पड़ोसी राज्य हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं. यही वजह है कि हरियाणा में प्रमुख सियासी दलों के नेता चुनावी रणनीति बनाने में जुट गए हैं. जहां तक आम आमदी पार्टी की बात है तो सीएम अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में इस बार सुनीता केजरीवाल पार्टी का कमान संभालेंगी. वह 30 जून को चरखी दादरी में पार्टी के चुनावी अभियान का शंखनाद करेंगी.
हरियाणा में सुनीता केजरीवाल की यह पहली रैली होगी. इसी के साथ पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान का भी आगाज हो जाएगा. चुनावी शंखनाद को सफल बनाने के लिए हरियाणा के चरखी दादरी में महारैली की तैयारी चरम पर है. कयास तो ये भी लगाए जा रहे हैं कि सुनीता केजरीवाल हरियाणा से विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं. हालांकि, आधिकारियक तौर पर पार्टी के किसी नेता ने इसकी पुष्टि नहीं की है.
आज और कल विधानसभा हल्कों में बैठक
हरियाणा आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा के मुताबिक सुनीता केजरीवाल की 30 जून की महारैली को ध्यान में रखते हुए बैठकों का दौर जारी है. प्रदेश की 90 विधानसभाओं में आम आदमी पार्टी के संगठन मंत्री आगामी महारैली की तैयारियों को लेकर बैठक करेंगे. 17 और 18 जून को प्रदेश के सभी विधानसभा हलकों में कार्यकर्ता सम्मेलन होंगे. हिसार विधानसभा ग्रामीण व शहरी और सिरसा की बैठक आयोजित की जाएगी. प्रदेश संगठन मंत्री अश्विनी दुल्हेड़ा बैठक की अध्यक्षता करेंगे.
इसी तरह फरीदाबाद में होने वाली बैठक राजेंद्र शर्मा, फतेहाबाद और जींद विधानसभा की बैठक की अध्यक्षता संगठन मंत्री रणदीप राणा और महेंद्रगढ़ की बैठक की अध्यक्षता रविंद्र मटरू करेंगे. 18 जून को कुरुक्षेत्र में बैठक की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता करेंगे.
'दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी AAP'
आम आदमी पार्टी के पूर्व सांसद सुशील गुप्ता के अनुसार पूरे प्रदेश में आप के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल का संदेश जनता तक लेकर जाएंगे. महारैली की तैयारियों को लेकर बैठक करेंगे. आप राज्य में आगामी चुनाव को लेकर काम में जुट गई है और पूरी दमखम के साथ चुनाव लड़ेगी.
अक्टूबर में होगा विधानसभा चुनाव
हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं. विधानसभा का चुनाव अक्टूबर 2024 होना है. हरियाणा विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को समाप्त होगा. इस बात को ध्यान में रखते हुए सियासी पार्टियां अपने-अपने हिसाब से रणनीति बनाने में जुट गई हैं. आम आदमी पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में मजबूत उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है.
बता दें कि हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी को इस बार पांच सीटों का नुकसान उठाना पड़ा. इस बार बीजेपी के खाते में पांच लोकसभा की सीटें गईं तो पांच सीटों पर कांग्रेस कब्जा जमाने में कामयाब रही. आम आदमी पार्टी को एक भी सीट पर कामयायबी नहीं मिली. इस बार कांग्रेस के वोट बैंक में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ. साल 2019 के चुनाव में बीजेपी ने हरियाणा की सभी 10 सीटों पर क्लीन स्वीप किया था.
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