Punjab Lok Sabha Elections: बीजेपी नेता स्वर्ण सलारिया ने बढ़ाई टेंशन! पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ उतरने का ऐलान
Swaran Salaria News: बीजेपी नेता स्वर्ण सलारिया ने कहा कि वो पिछले कई सालों से गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र में काम कर रहे हैं. मेरे क्षेत्र के लोग कह रहे हैं कि वे मेरी जीत सुनिश्चित करेंगे.
Lok Sabha Elections 2024: पंजाब में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी नेता स्वर्ण सलारिया ने पार्टी की टेंशन बढ़ा दी है. बीजेपी नेता स्वर्ण सलारिया ने सोमवार (8 अप्रैल) को घोषणा की कि वह गुरदासपुर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, जहां उनकी पार्टी पहले ही एक उम्मीदवार की घोषणा कर चुकी है. उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने से भी इनकार कर दिया और कहा कि वह चुनाव चिन्ह पर लड़ेंगे. यह 13 अप्रैल तक साफ हो जाएगा.
स्वर्ण सलारिया ने सांसद और अभिनेता विनोद खन्ना के निधन के बाद बीजेपी के टिकट पर गुरदासपुर से 2017 का उपचुनाव लड़ा था लेकिन उस वक्त वो कांग्रेस के सुनील जाखड़ से चुनाव हार गए थे. जाखड़ अब बीजेपी के पंजाब प्रमुख हैं.
स्वर्ण सलारिया क्या गुरदासपुर से लड़ेंगे चुनाव?
बीजेपी नेता स्वर्ण सलारिया ने कहा, ''मैं पिछले कई सालों से गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र में काम कर रहा हूं. मेरे क्षेत्र के लोग कह रहे हैं कि वे मेरी जीत सुनिश्चित करेंगे. मैं गारंटी देता हूं कि मैं 2.50 लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीतूंगा. बता दें कि बीजेपी पूर्व विधायक दिनेश बब्बू को गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है. वर्तमान में सनी देओल गुरदासपुर से सांसद हैं लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काट दिया.
गुरदासपुर से दिनेश बब्बू बीजेपी उम्मीदवार
गुरदासपुर से बीजेपी की ओर से घोषित उम्मीदवार दिनेश बब्बू पठानकोट के सुजानपुर से तीन बार के पूर्व विधायक हैं. हालांकि, सलारिया ने कहा कि उन्हें नामांकन नहीं करने पर बीजेपी से कोई शिकायत नहीं है. मैंने बीजेपी से टिकट की मांग नहीं की थी. उन्होंने कहा कि उन्होंने जिसे भी टिकट दिया है, उसे शुभकामनाएं. विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना भी गुरदासपुर से उम्मीदवार थीं. शिरोमणि अकाली दल के चले जाने के बाद 1996 के बाद से बीजेपी पहली बार पंजाब में स्वतंत्र रूप से लोकसभा चुनाव लड़ रही है.
गुरदासपुर कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, इससे पहले विनोद खन्ना ने 1998 में इस सीट से जीत हासिल की थी, उन्होंने पुरानी पार्टी की पांच बार की सांसद सुखबंस कौर भिंडर को हराया था. उन्होंने 1999, 2004 और 2004 में भी जीत दर्ज की थी. साल 2014. 2009 में खन्ना कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा से हार गए थे.
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