SYL Canal Dispute: एसवाईएल को लेकर सर्वे करने वाली टीम का कांग्रेस करेगी विरोध, राजा वडिंग बोले- ‘पानी की एक बूंद...'
SYL Canal News: पंजाब में एसवाईएल नहर को लेकर सर्वे करने वाली केंद्र की टीम का कांग्रेस विरोध करेगी. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने कहा है कि इसका सौहार्दपूर्ण समाधान होना चाहिए.
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Punjab News: पंजाब में सतलुज यमुना लिंक (SYL) को लेकर खड़ा हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एसवाईएल को लेकर अब पंजाब कांग्रेस (Punjab Congress) के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग (Amrinder Singh Raja Warring) का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए सर्वे करने आने वाली किसी भी सर्वे टीम का हम विरोध करेंगे. हम किसी अन्य राज्य को पानी की एक बूंद भी देने में सक्षम नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) को केंद्र सरकार (Central Government) पर यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव डालना चाहिए कि इस मुद्दे का सौहार्दपूर्ण समाधान हो.
सतलुज यमुना लिंक नहर की परिकल्पना रावी और ब्यास नदियों से पानी के प्रभावी आवंटन के लिए की गई थी. इस परियोजना में 214 किलोमीटर लंबी नहर बनाई जानी थी. इसका 122 किलोमीटर हिसा पंजाब में तो 92 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में बनाया जाना था. हरियाणा ने तो अपने क्षेत्र में इस परियोजना को पूरा कर लिया. लेकिन, पंजाब ने 1982 में इसको लेकर निर्माण कार्य शुरू किया और फिर बाद में इसे बंद कर दिया.
We will oppose any survey team that comes in to conduct a survey for the construction of the SYL Canal. We cannot afford to give even a single drop of water to any other state. CM @bhagwantmann ji must press upon the central govt to ensure that the issue is resolved amicably. pic.twitter.com/wLWKbUQWy0
— Amarinder Singh Raja Warring (@RajaBrar_INC) October 18, 2023 [/tw]
सुप्रीम कोर्ट ने दिया है ये आदेश
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने बीते 4 अक्टूबर को एसवाईएल को लेकर कहा कि केंद्र सरकार पंजाब में एक टीम भेजकर जमीन के उस हिस्से का सर्वेक्षण करें, जो राज्य में एसवाईएल नहर के निर्माण के लिए आवंटित किया गया था, उस पर कितना काम किया गया है. सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद पंजाब की राजनीति में भूचाल आया हुआ है. पंजाब की सभी राजनीतिक पार्टियों की तरफ से यहीं कहा जा रहा है कि वो किसी अन्य राज्य को एक भी बूंद पानी की नहीं देंगे.
दो दिन पहले हरियाणा सीएम ने लिखा था पत्र
बता दें कि अभी दो दिन पहले ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को दूसरी बार पत्र लिखा कि वो एसवाईएल नहर के निर्माण के रास्ते में आने वाली किसी भी बाधा या मुद्दे को हल करने के लिए उनसे मिलने को तैयार हैं.
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