Haryana News: हरियाणा में सरकारी स्कूल के बच्चों को सरकार ने टैब बांटकर खूब वाहवाही लूटी थी. बच्चे भी टैब पाकर बहुत खुश थे. लेकिन अब इन टैब की वजह से ही सरकार का विरोध होना भी शुरू हो गया है. दरअसल, बच्चों के अभिभावकों की शिकायत है कि बच्चे टैबलेट पर पढ़ाई कम करते है बल्कि गलत एप ज्यादा देखते है. कुछ दिन पहले भी जींद और अन्य जिलों के गांवों के लोगों ने सरकार से अपील की थी वो इन टैब को वापस ले ले. या ऐसी साइट्स और एप पर रोक जिससे बच्चे गलत चीजे ना देख पाए. 


जींद में महिलाओं ने किया विरोध
लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से ना तो इन टैबलेट को वापस ही लिया गया और ना ही गलत साइट्स और एप पर रोक लगी. जिसकी वजह से शुक्रवार को जींद जिले के गांव ढिगाना में महिलाओं ने प्रदर्शन किया. महिलाओं ने सरकारी स्कूल के गेट पर विरोध जताते हुए स्कूल के उपप्राचार्य को 20 टैबलेट लौटा दिए. महिलाओं का कहना था कि टैबलेट में बच्चे पढ़ाई कम करते हैं और गलत एप ज्यादा देखते हैं. जिसकी वजह से वो पढ़ाई में कमजोर होते जा रहे है. टैबलेट पर बच्चे सारा दिन गेम्स भी खेलते रहते हैं.


‘टैब नहीं टेंशन है ये’
टैब के विरोध को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने ट्वीट कर बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार पर निशाना साधा है. किरण चौधरी ने ट्वीट कर लिखा- टैब नहीं टेंशन है ये, बच्‍चे भी परेशान, अभिभावक भी परेशान, शिक्षक भी परेशान। ये टैब है या टेंशन?  शिक्षक कह रहे हैं पोर्टल ठप रहता है, नेटवर्क नहीं आता, अभिभावक कह रहे हैं बच्‍चे पढ़ने की बजाय गलत एप प्रयोग कर रहे हैं. स्‍कूलों को डिजिटल करने की झूठी वाहवाही लूटने के बजाय, शिक्षक, सुविधाएं और बेहतर शिक्षा का इंतजाम करे गठबंधन सरकार.


यह भी पढ़ें: Chandigarh: नशा तस्करों के खिलाफ हाईकोर्ट सख्त, चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा पुलिस और एंटी नारकोटिक्स सेल को दिया ये निर्देश