पंजाब में बड़ी सियासी हलचल, जालंधर के सीनियर नेता तजिंदर बिट्टू ने कांग्रेस से दिया इस्तीफा, जॉइन करेंगे BJP
Tajinder Singh Bittu Resigns: कांग्रेस के लिए तजिंदर सिंह बिट्टू इस्तीफा इसलिए बड़ा झटका है, क्योंकि वह केवल जालंधर के सीनियर नेता ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश के सह प्रभारी भी थे.
Tajinder Singh Bittu Resignation: लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले पंजाब में कांग्रेस को एक और चोट आई है. जालंधर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता तजिंदर सिंह बिट्टू ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. वहीं, सियासी हलकों में खबर है कि बिट्टू जल्द ही बीजेपी में शामिल होने वाले हैं. कांग्रेस के लिए यह झटका इसलिए बड़ा है क्योंकि तजिंदर सिंह बिट्टू के जालंधर के नेता ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश के सह-प्रभारी भी रहे हैं, जिस पद से उन्होंने 20 अप्रैल (शनिवार) को इस्तीफा दे दिया.
35 साल बाद भारी मन से ले रहा हूं फैसला- बिट्टू
सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफा की प्रति साझा करते हुए तजिंदर पाल सिंह बिट्टू ने लिखा कि वह 35 साल बाद भारी मन से कांग्रेस से रिजाइन कर रहे हैं. तजिंदर पाल सिंह बिट्टू ने नगर निगम शिमला के चुनाव में कांग्रेस की जीत में अहम भूमिका निभाई थी. वह यहां नगर निगम शिमला के चुनाव प्रबंधन का काम भी देख रहे थे.
नगर निगम शिमला के चुनाव में कांग्रेस को कल 34 में से 24 सीटों पर प्रचंड जीत मिली. बाद में संजय दत्त की जगह उन्हें कांग्रेस ने हिमाचल का सह प्रभारी बनाया. अब बिट्टू ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
हिमाचल कांग्रेस के लिए भी बढ़ी परेशानी
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तजिंदर पाल सिंह बिट्टू का सह प्रभारी के तौर पर इस्तीफा देना हिमाचल कांग्रेस को भी झटका देने वाला है. जहां इसे एक तरफ पंजाब कांग्रेस को झटका लगा है, तो वहीं हिमाचल कांग्रेस भी परेशानी में आ गई है. एक तो अब कांग्रेस के सामने नए सेहत प्रभारी की नियुक्ति की चुनौती आई है.
वहीं, विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी को भी अब हिमाचल कांग्रेस को घेरने का एक नया बहाना मिल गया है. हिमाचल कांग्रेस के नेताओं की नजर अब प्रभारी राजीव शुक्ला पर टिक गई है. यह देखना दिलचस्प रहने वाला है कि शुक्ला इस पूरे मामले को कैसे हैंडल करते हैं.
करीब 12 साल राजनीति से दूर हो गए थे बिट्टू
आपको बता दें कि तजिंदर सिंह बिट्टू करीब 12 साल तक राजनीति से दूर हो गए थे. साल 2017 में फिर वे राजनीति में वापस लौटे और कांग्रेस के लिए काम करना शुरू किया. तजिंदर सिंह बिट्टू जालंधर से पनसप चेयरमैन और इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के चेयरमैन के पद पर भी रह चुके है. लोकसभा चुनाव की वोटिंग से पहले उनका कांग्रेस छोड़ना कांग्रेस के लिए काफी नुकसानदेह साबित होगा. क्योंकि उनका जालंधर सहित कई सीटों पर प्रभाव देखा जाता है.
गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते है बिट्टू
तजिंदर सिंह बिट्टू आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते है. उनके साथ पंजाब और हिमाचल के भी कई कांग्रेस नेता मौजूद रह सकते है. जिसके बाद वे बीजेपी ज्वाइन कर सकते है.
ये नेता भी छोड़ चुके है कांग्रेस का साथ
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं में राज कुमार चब्बेवाल का नाम भी शामिल है. चब्बेवाल कांग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके है. इसके तीन बार के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू भी कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी का दामन थाम चुके है. कांग्रेस के पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी भी कांग्रेस का साथ छोड़ चुके है वे आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर चुके है. वहीं पटियाला से कांग्रेस सांसद परनीत कौर भी बीजेपी में शामिल हो चुकी है.
यह भी पढ़ें: इलाज के लिए हॉस्पिटल जा रही महिला कैदी से जेल वैन में रेप, दो कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज