Punjab News: राजस्थान (Rajasthan) के तिजारा विधानसभा में बीजेपी (BJP) नेता संदीप दायमा (Sandeep Dayma) के बयान का सिख समुदाय में विरोध बढ़ता जा रहा है. तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) की भी संदीप दायमा के बयान पर प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में बीजेपी की रैली में गुरुद्वारों को उखाड़ने का बयान निंदनीय है, इतिहास गवाह है कि कांग्रेस मे भी इसी सोच के तहत सिख धर्मस्थलों पर हमला किया था और आज बीजेपी भी कांग्रेस की राह पर चलती नजर आ रही है.


ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि मामले को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को केंद्र सरकार को पत्र लिखना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे नहीं होते तो पूरा उत्तर भारत मुस्लिमों का होता. उन्होंने सिखों को मजबूत होने का आह्रान करते हुए कहा कि उन्हें कभी न्याय मांगने से नहीं मिला है. हरसंभव प्रयास कर लघु संसद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को कमजोर करने की कोशिश हो रही है. एक वो समय था जब एसजीपीसी के अध्यक्ष बोलते थे तो दिल्ली में बैठे प्रधानमंत्री को भी जवाब देना पड़ता था और अब ऐसा समय आ गया है कि पत्र लिखने के बाद भी कोई कार्रवाई तक नहीं की जाती है.


‘बीजेपी नेता मांग चुके हैं माफी’


बता दें कि बाबा बालकनाथ तिजारा विधानसभा से बीजेपी के उम्मीदवार हैं. उनके समर्थन में एक चुनावी सभा का आयोजन किया गया था, जिसमें बीजेपी के पूर्व प्रत्याशी संदीप दायमा ने सिख समाज को लेकर विवादित बयान दिया था. बीजेपी नेता के बयान के बाद जब राजनीति गरमाई तो उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर अपने बयान पर माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि गलती से उनके मुंह से यह शब्द गलत निकला है. वह गुरुद्वारा का सम्मान करते हैं.


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