Punjab News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ‘‘राजनीतिक समारोह’’ बताने के लिए राहुल गांधी समेत कांग्रेस नेताओं की गुरुवार को आलोचना की और कहा कि यह उनके ‘‘राम विरोधी’’ रुख को दर्शाता है. तरुण चुघ ने कहा कि कांग्रेस भारतीय सांस्कृतिक लोकाचार के खिलाफ ‘हमेशा विभाजनकारी राजनीति’ करती है. मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह राष्ट्रीय आस्था का विषय है, जिसमें सभी जातियों और समुदायों के लोग भाग लेंगे.


‘कांग्रेस कर रही है समारोह का राजनीतिकरण’
बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि भगवान श्री राम राष्ट्रीय गौरव हैं लेकिन दुर्भाग्य से, कांग्रेस इससे दूर रहने का निर्णय लेकर इस समारोह का राजनीतिकरण कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता हमेशा ‘देश की आस्था के प्रतीकों का अपमान’ करते रहे हैं. तरुण चुघ ने कहा ऐसे समय में जब पूरा देश भगवान राम के जयकारों से गूंज रहा है. ऐसे समय में कांग्रेस लोकप्रिय भावना के विपरीत विघटनकारी स्वर में आवाज उठा रही है. राजनीतिक चिंताओं के बावजूद सभी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भेजा रहा है, लेकिन फिर भी कांग्रेस इसमें राजनीति कर रही है.


22 जनवरी को होना है प्राण प्रतिष्ठा समारोह
मालूम हो कि 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए कांग्रेस के कई नेताओं को निमंत्रण भेजा गया है. जिसको कांग्रेस के कई नेताओं ने बीजेपी का कार्यक्रम बताकर जाने से मना कर दिया है. कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने पत्र जारी कर इस बात का ऐलान किया कि कांग्रेस और उसके नेता राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल नहीं होंगे. जयराम रमेश ने पत्र में लिखा कि देश में लाखों लोग भगवान राम की पूजा करते हैं. धर्म उनका निजी मामला है लेकिन बीजेपी और आरएसएस ने राम मंदिर को राजनीतिक प्रोजेक्ट बनाया है. अधूरे मंदिर का उद्घाटन चुनावी लाभ के लिए किया जा रहा है. 


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