Haryana News: फरीदाबाद में दो सड़क परियोजनाओं के लिए काटे जा सकते हैं 4 हजार पेड़, सड़कों के चौड़ीकरण के लिए है जरूरत
हरियाणा के फरीदाबाद में दो मुख्य सड़क परियोजनाओं के लिए 4,000 से अधिक पेड़ों को काटा जा सकता है. जिला प्रशासन के अधिकारी की मानें तो सड़कों के चौड़ीकरण के लिए पेड़ों की कटाई की जरूरत है.
हरियाणा के फरीदाबाद में दो मुख्य सड़क परियोजनाओं के लिए 4,000 से अधिक पेड़ों को हटाया जाना है. इस बात को लेकर जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अधिग्रहण की जाने वाली जमीन पर सड़कों के चौड़ीकरण और सर्विस रोड़ के लिए पेड़ों की कटाई की जरूरत है. इन दो मुख्य सड़क परियोजनाओं में शहर से गुजरने वाले दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को ग्रेटर नोएडा के जेवर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जोड़ने के लिए छह लेन का गलियारा और शहर को केजीपी एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बल्लभगढ़-मोहना सड़क को चार लेन का बनाया जाएगा.
हरियाणा राज्य सड़क और पुल विकास निगम (एचएसआरबीडीसी) बल्लभगढ़ से केजीपी तक 11 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण करेगा. इसके लिए पहले ही वन विभाग को आने वाले 1,653 पेड़ों को हटाने के लिए 5.15 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं. इसी तरह यहां से जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक बनने वाले छह लेन एक्सप्रेसवे के लिए 2,500 से अधिक पेड़ों को काटने की संभावना है. हालांकि अभी कॉरिडोर के लिए हटाए जाने वाले पेड़ों की संख्या का अभी आधिकारिक तौर पर खुलासा नहीं किया गया है.
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इस मामले को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता वरुण शेकंद ने कहा कि सड़कों को चौड़ा करने या राजमार्गों के निर्माण के लिए पेड़ों को हटाना आवश्यक हो सकता है, लेकिन मुद्दा यह है कि संबंधित अधिकारी नुकसान की भरपाई के लिए वैकल्पिक ढीला रवैया अपनाते हैं. हालांकि शहर में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की चल रही परियोजना के लिए सैकड़ों पेड़ हटा दिए गए, लेकिन नुकसान की भरपाई और बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए वैकल्पिक वृक्षारोपण गायब है. वहीं एचएसआरबीडीसी के कार्यकारी अभियंता राहुल सिंह ने बल्लभगढ़ अनुमंडल में चार लेन की परियोजना के लिए पेड़ हटाने की स्वीकृति स्वीकार करते हुए कहा कि वन विभाग को राशि जारी कर दी गई है लेकिन इस कार्य के लिए निविदा जल्द जारी होने की उम्मीद है.