Bhat Rasam: गांव की अनाथ बेटी के यहां भात भरने राजस्थान से हरियाणा पहुंचा गांव, इतने लाख रुपये का भरा भात
Bhat Rasam News: मीरा के गांव भात भरने के लिए उसके पीहर से करीब सात सौ लोग पहुंचे थे. हालत यह हो गई कि मीरा देवी को भात भरने आए गांव के लोगों को टीका करने में करीब पांच घंटे लग गए.
Haryana News: हरियाणा में रहने वाली दो बेटियों की मां मीरा देवी के न तो माता-पिता जीवित हैं ना भाई. मीरा देवी अपनी दो बेटियों की शादी से पहले पीहर पहुंचीं. वहां उन्होंने अपने भाई की समाधि पर टीका कर भात के लिए न्योता दिया.पूरा गांव ही भात भरने पहुंच गया. सुनने में थोड़ा अजीब लग रहा होगा, लेकिन यह सच है. पूरा गांव मिलकर मीरा देवी के ससुराल भात भरने पहुंच गया था. यह ऐसा भावुक पल था कि खुशी के मारे मीरा देवी की आंखों से आंसू झरते ही जा रहे थे. वो रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे.
क्या है भात की कथा?
भात भरने के लिए, मानो जैसे भगवान श्री कृष्ण मीरा के द्वार पहुंचे गए हों.मीरा देवी भात भरने आए गांव के लोगों को टीका करने में पांच घंटे लग गए. इस भात में 10 लाख नगद राशि आई है. इसके साथ ही मीरा देवी और उसकी बेटियों और अन्य परिवार के सदस्यों के लिए कपड़े अलग से दिए गए हैं. महिलाओं की संख्या इसमें खूब रही. हरियाणा में एक पौराणिक कथा बहुत ही प्रचलित है. जिसमें बताया गया है कि नरसी भगत की बेटी हरनंदी के भात में भगवान श्रीकृष्ण पहुंचे थे.
बहन ने भाई की समाधि पर टिका कर भात का न्योता दिया पूरा गावँ पहुंचा भात भरने। अनोखी भात की हर कोई कर रहा हैं तारीफ मीरा देवी भात भरने आए पूरे गांव वालों को देखकर भावुक हो गई आंखों से आंसू थम नहीं रहे थे@ABPNews@ashokgehlot51@prempratap04 @BJP4India pic.twitter.com/rrLdID1tt4
— करनपुरी (@abp_karan) March 16, 2023
ऐसा ही एक मामला हरियाणा के फतेहाबाद के छोटे से गांव जाड़वाला बागड़ में सामने आया. पास में ही स्थित राजस्थान के गांव नेठराना की बेटी की भात भरने पूरा गांव श्री कृष्ण की तरह पहुंच गया. नेठराना गांव की बेटी मीरा देवी की शादी फतेहाबाद के जांडवाला बागड़ में महाबीर माचरा के साथ हुई थी. समय बीता और महाबीर माचरा और उनके पिता का भी देहांत हो गया.
कौन है मीरा?
मीरा घर में अकेली थी. वही मीरा के पीहर में भी उनके पिता जोगाराम बेनीवाल का पहले ही देहांत हो गया था. मीरा का एकमात्र भाई संतलाल अविवाहित था. उसका भी देहांत हो गया था. संतलाल की गांव में ही समाधि बना दी गई थी. मीरा की दो बेटियां मीनू और सोनू हैं. जिनका लालन-पालन मीरा देवी ने ही किया. पिहर में अब भात न्योत ने लिए कोई नहीं था. ऐसे में मीरा देवी नेठराना गांव में अपने भाई की समाधि पर गईं.समाधि पर ही टीका लगाकर उन्होंने भात का न्योता दिया. इस दौरान नेठराना गांव के लोग इक्क्ठा हो गए. पूरे गांव ने एकजुट होकर निर्णय लिया कि पूरा गांव के लोग गांव की बहन मीरा का भात भरने जाएंगे.
मंगलवार को मीरा भातियों का इंतजार कर रही थी.गाड़ियों का बड़ा हजूम भात भरने के लिए उनके गांव पहुंच चुका था. अपने गांव के लोगों को देखकर जहां मीरा भावुक हो गईं. वही दोनों बेटियां मीनू और सोनू की आंखों में आंसू की धारा निकल गई. चारों और इस अनोखी भात को लेकर भावुक माहौल बन गया.
गांव वालों ने किया स्वागत सत्कार
मीरा देवी की बेटियों की शादी में भात भरने के लिए नेठराना गांव से करीब 700 महिला-पुरुष पहुंचे थे. जांडवाला गांव के लोग भी भातियों का स्वागत सत्कार करने में लग गए. मीरा देवी ने भातियों का स्वागत और टीका करना शुरू किया तो उसमें करीब 5 घंटे लग गए. नेठराना से आए लोगों ने बताया कि मीरा देवी के यहां भात भरने के लिए पूरा गांव आना चाहता था.लेकिन व्यवस्था नहीं हुई. हम लोग अपने वाहन से जितने लोग आ सकते थे. मीरा देवी के यहां भात भरने पहुंचे हैं.नेठराना गांव के ग्रामीणों में अपनी इच्छा अनुसार भात में योगदान दिया. इस भात में 10 लाख रुपये की नगद राशि आई है. इसके साथ ही मीरा देवी और उसकी बेटियों और अन्य परिजनों के लिए कपड़े अलग से दिए गए हैं.
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