Punjab News: 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को लेकर खूब चर्चाएं चलीं कि उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है या फिर सरेंडर किया है? इसको लेकर अलग-अलग लोगों की प्रतिक्रियाएं भी आईं. अमृतपाल समर्थकों की तरफ से कहा गया कि उसने खुद सरेंडर किया है तो पंजाब पुलिस का कहना है कि अमृतपाल की गिरफ्तारी हुई. लेकिन अब सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने खुद इस कन्फ्यूजन को दूर करते हुए बड़ा बयान दिया है.
'पुलिस को रात में जाने से रोका'
एक इंटरव्यू के दौरान सीएम मान ने कहा कि अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर पल-पल की अपडेट उनके पास आ रही थी. अमृतपाल के रोड़े गांव पहुंचने की जानकारी उन्हें रात को ही हो गई थी. लेकिन उनकी तरफ से पुलिस को रात को रोड़ गांव जाने से रोका गया, क्योंकि वो अगर ऐसा ना करते तो अमृतपाल उनके हाथ नहीं आता. सीएम मान ने कहा कि उन्होंने पुलिसकर्मियों को सादी वर्दी में जाने के लिए कहा था.
गुरुद्वारे के अंदर पुलिस की एंट्री रोकी
सीएम मान ने आगे बताया कि जब अमृतपाल के रोड़े गांव के गुरुद्वारे में पहुंचने की सूचना उन्हें मिली तो उनकी तरफ से पुलिस को गुरुद्वारे के अंदर जाने से मना किया गया. साथ ही कोई भी गोली चलाने से भी मना किया गया. इसके बाद अमृतपाल को मैसेज भेजा गया कि वो अब भागकर कहीं नहीं जा सकता, जिसके बाद अमृतपाल खुद गुरुद्वारे से बाहर आया और पुलिस उसे अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गई. सीएम मान ने कहा कि आप इसे अब सरेंडर या गिरफ्तारी कुछ भी कह सकते है.
अजनाला हिंसा पर भी दी प्रतिक्रिया
सीएम मान का अजनाला हिंसा को लेकर भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि उनकी तरफ से ही अमृतपाल और उसके सहयोगियों पर कार्रवाई के लिए मना किया गया था. क्योंकि उन्हें जानकारी मिल गई थी कि अमृतपाल और उसके समर्थक श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को ढाल बनाकर थाने पर हमला कर रहे है. ऐसे में गुरु साहिब की बेअदबी ना हो जिसको देखकर पुलिस को उनपर कार्रवाई से रोका गया था. पुलिसकर्मी पीटते रहे लेकिन किसी ने भी पलटकर उस वक्त जवाब नहीं दिया.
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