Haryana News: आपने अलग-अलग रिश्तखोरों के मामले पहले पढ़ें होंगे. लेकिन आज जो हम आपकों बताने जा रहे है वो ऐसे रिश्वतखोर का मामला है. जिसे जब विजिलेंस की टीम पकड़ने गई तो वो रिश्वत के पैसे ही मुंह में डकार गया. ये रिश्वतखोर एक सब इंस्पेक्टर है और ये मामला हरियाणा के फरीदाबाद का है.


दरअसल, फरीदाबाद के सेक्टर तीन निवासी शंभू यादव ने विजिलेंस में अपनी शिकायत दर्ज करवाई थी. शंभू ने अपनी शिकायत में बताया था कि वो दूध की डेयरी चलाता है.उसने देशराज नाम के व्यक्ति को 40 हजार में एक भैंस बेची थी.देशराज ने उसे 30 हजार रुपये तो नकद दे दिए थे. लेकिन 10 हजार रुपये के लिए चक्कर कटवा रहा था. पैसे के लिए बार-बार जब उसने देशराज को कहा तो उसने परेशान होकर शंभू के पोते के खिलाफ ही भैंस चोरी का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवा दिया. इस मामले की जांच एसआई महेंद्रपाल कर रहा था तो उसने शंभू के पोते को केस से बाहर निकालने के नाम पर 10 हजार की रिश्वत मांगी.


10 हजार में से 6 हजार रुपये तो वो शंभू से पहले ही ले चुका था और 4 हजार रुपये देने के लिए उसने फरीदाबाद सेक्टर-2 के कम्यूनिटी सेंटर बुलाया जहां वो अपने रिश्तेदार के यहां शादी में गया हुआ था. शंभू यादव ने इसकी शिकायत विजिलेंस टीम को कर दी जिसके बाद विजिलेंस की टीम ने एसआई महेंद्रपाल को रंगे हाथों पकड़ने की योजना बनाई. 



एसआई महेंद्रपाल को विजिलेंस टीम ने रंगे हाथों पकड़ा
विजिलेंस की टीम जब छापेमारी करने गया तो एसआई महेंद्रपाल और उसका बेटा शादी समारोह में मौजूद थे. जब शंभू यादव ने एसआई महेंद्रपाल को 4 हजार रुपये दिए तो तुरन्त विजिलेंस टीम ने आरोपी एसआई को रंगेहाथों पकड़ने की कोशिश की. तो आरोपी वहां से भागने लगा. इस दौरान आरोपी एसआई महेंद्रपाल और उसका बेटा विजिलेंस की टीम से भिड़ गए. आरोपी एसआई ने सबूत मिटाने के लिए रिश्वत के पैसों को मुंह में डाल लिया. विजिलेंस टीम के साथ मौजूद पुलिसकर्मियों ने जैसे-तैसे कर एसआई महेंद्रपाल के मुंह से वो पैसे निकलवाये और आरोपी एसआई महेंद्रपाल को विजिलेंस टीम अपने साथ ले गई. विजिलेंस टीम ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 


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