Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम में बारिश के बाद कुछ हिस्सों में भारी जलभराव (Gurugram Waterlogging) की स्थिति पैदा हो गई है. जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सुबह-सुबह किसी को दफ्तर जाने की तो किसी को कंपनी जाने की जल्दी होती है. ऐसे में जलभराव की वजह से लोगों अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने में लेट हो रहे हैं. वहीं बारिश से तापमान में गिरावट तो आई ही है. साथ ही प्रदूषण का स्तर भी कुछ कम हुआ है.
बारिश के पानी में डूबे वाहन
गुरुग्राम की सड़कों पर हालात यह है कि वाहन डूबे हुए नजर आ रहे है तो कहीं वाहन पानी की वजह से रेंग-रेंगकर चलते दिखाई दे रहे है. जिससे एक जाम की स्थिति पैदा हो रही है. नरसिंहपुर चौक पर गाड़ियां पानी में डूबी नजर आ रही हैं. वहीं अगर गुरुग्राम के तापमान की अगर बात करें तो मंगलवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस तो 30 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था. वहीं आज सुबह तक भी तापमान 30 डिग्री सल्सियस तक बना रहा.
बीमारियों का बढ़ा खतरा
कई इलाकों में बारिश के बाद पानी जमा हो गया है. सड़कों के किनारें खाली पड़े प्लॉटों और निचली जमीनों में पानी जमा होने से डेंगू मलेरिया के लार्वा पैदा होने खतरा मंडरा रहा है. जिससे बीमारियां फैलने का डर बना हुआ है. कई जगह सीवेज लाइन जाम होने से हालत और खराब हो गए है. जीएमडीए की तरफ से जहां नालों की सफाई का दावा किया जा रहा था वो दावे हवा होते नजर आए है. जीएमडीए ने पिछले दिनों नगर निगम, पीडब्यूडी, एनएचएआई के अधिकारियों के साथ बैठक की थी जिसके बाद भी लापरवाह कर्मचारियों द्वारा जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए कुछ व्यवस्था नहीं की गई.
प्रदूषण के स्तर में गिरावट
तीन-चार दिनों तक हुई बारिश की वजह से प्रदूषण का स्तर कम हुआ है जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है. एक तरफ जहां बारिश से प्रदूषण स्तर कम हुआ तो तापमान में भी गिरावट आई लेकिन अब लोगों को जलभराव की समस्यां का सामना करना पड़ रहा है.