West Bengal Sikh IPS officer: पश्चिम बंगाल में एक आईपीएस अफसर को कथित तौर पर 'खालिस्तानी' कहने का वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है. आईपीएस अफसर को 'खालिस्तानी' कहने का आरोप बीजेपी के एक नेता पर लग रहा है. इस शर्मनाक बयान की निंदा की जा रही है. कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के साथ ही शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने भी इस मामले पर बीजेपी को घेरा है. 


शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी X पर लिखा- ''पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेताओं द्वारा एक सिख आईपीएस अधिकारी एस. जसप्रीत सिंह का जानबूझकर चरित्र हनन करना बेहद ही निंदनीय है. देश में ऐसी सोच रखने वाले नेताओं को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि देश की आजादी और रक्षा के लिए सबसे ज्यादा बलिदान सिखों ने दिया है''. 


एसजीपीसी अध्यक्ष का बीजेपी पर तंज


एसजीपीसी अध्यक्ष ने आगे लिखा- ''सिखों को किसी से प्रमाणपत्र लेने की जरुरत नहीं है, बल्कि वे अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों के अनुरूप देश की सेवा करना जानते हैं. यह बड़ा सवाल है कि देश में ऐसे लोग जानबूझकर नफरत का माहौल बनाते हैं लेकिन सरकारें चुप रहती हैं. ऐसा माहौल बनाने वालों को सजा मिलनी चाहिए ताकि अलग-अलग क्षेत्रों में ईमानदारी से अपना कर्तव्य निभा रहे लोगों को ऐसी नफरत का शिकार न होना पड़े.''






प्रताप सिंह बाजवा का बीजेपी पर हमला


उधर, कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक सिख आईपीएस ऑफिसर को खालिस्तानी कहने को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने इसे बेहद ही शर्मनाक बताते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है. प्रताप सिंह बाजवा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा- ''यह बेहद ही शर्मनाक है. पश्चिम बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ता एक सिख आईपीएस अधिकारी को सिर्फ इसलिए खालिस्तानी कह रहे हैं क्योंकि वह अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. क्या सिखों के बारे में बीजेपी यही सोचती है? इस गुंडागर्दी को अंजाम देने और सिखों को खालिस्तानियों के रूप में चित्रित करने का प्रयास वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.''






IPS अफसर को 'खालिस्तानी' कहने का वीडियो वायरल


पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी वीडियो शेयर करते हुए इस मसले को लेकर बीजेपी को घेरा. उन्होंने इसकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बीजेपी की विभाजनकारी राजनीति ने संवैधानिक सीमाओं को बेशर्मी से लांघ दिया है. इसके जवाब में ऑफिसर ने कहा- "मैंने पगड़ी पहनी है, इसलिए आप ऐसा कह रहे हैं. अगर मैंने पगड़ी नहीं पहनी होती, तो क्या आप मुझे खालिस्तानी कहते? आप पुलिस को लेकर जो चाहें कह सकते हैं, लेकिन मेरे धर्म को लेकर कोई टिप्पणी न करो."


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