Bhagwant Mann Interview: ‘जब फ्लाइट में सीएम भगवंत मान ने एयर होस्टेस को किया था परेशान’, खुद सुनाया पूरा किस्सा
सीएम मान ने एक बार पैरिस से न्यूयॉर्क जा रही एक फ्लाइट में ऐसी शरारत की थी जो उन्हें हमेशा याद रहेगी. एक इंटरव्यू के दौरान जब उन्होंने जब पूरी घटना लोगों को बताई तो सब ठहाके मारकर हंसने लगे.
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) कई बार अपने किस्सों-कहानियों की वजह से सामने बैठे लोगों को हंसने पर मजबूर कर देते हैं. ऐसा ही एक नजारा फिर 'आप की आदलत' में इंटरव्यू के दौरान देखने को मिला. सीएम मान ने अपने द्वारा एक फ्लाइट में की गई शरारत के बारे में बताया कि किस तरह उन्होंने फ्लाइट में एयर होस्टेस को परेशान कर दिया था. सीएम मान का ये किस्सा सुनकर सामने बैठे लोग ठहाके मारकर हंसने लगे.
‘फ्लाइट में की थी ये शरारत’
सीएम मान ने एक किस्सा बताते हुए कहा कि एक बार जब वो पैरिस से न्यूयॉर्क जा रहे थे. इस दौरान फ्लाइट में सारे गोरे बैठे हुए थे. तो उन्हें लगा कि साढ़े 9 घंटे का सफर कैसे कटेगा. इसलिए उनके मन में एक शरारत सूझी. उन्होंने अपने साथ मौजूद लोगों से कहा कि वो कुछ ऐसी शरारत करने वाले है. कि उन्हें भी नहीं पता अंजाम क्या होगा. वो चुपचाप देखते रहे ये ना बताए कि वो भी उसके साथ है. इसके बाद सीएम मान ने एयर होस्टेस को अपने पास बुलाया और कुछ ऐसे शब्द बोले जिनका उन्हें भी नहीं पता था कि वो क्या बोल रहे है. एयर होस्टेस उन शब्दों को समझ नहीं पा रही थी. तो एयर होस्टेस को लगा कि वो कुछ गुस्से में बोल रहे है और उनकी फ्लाइट के बारे में कुछ गालियां दे रहे है. इसके बाद एयर होस्टेस ने प्लेन के कैप्टन को बुला लिया और फिर सीएम मान उसी लैंग्वेज में बोलने लगे तो कैप्टन उनको अपने साथ आगे ले गया और उनके मुंह पर माइक लगाकर कहा कि अब बोले फिर भगवंत मान उन्हीं शब्दों को बोला तो पूरी फ्लाइट के लोग सुनते रहे. जिसके बाद फ्लाइट के कैप्टन ने वहां मौजूद लोगों से पूछा कि क्या कोई ये लैंग्वेज जानता है जो ये बोल रहे है. किसी को वो लैंग्वेज आती नहीं थी, क्योंकि वो कोई लैंग्वेज थी ही नहीं.
‘फर्स्ट क्लास में मिली जगह’
सीएम मान ने आगे बताया कि जब किसी को वो शब्द समझ नहीं आए कि क्या बोल रहे है तो फ्लाइट के कैप्टन ने उन्हें फर्स्ट क्लास में ले जाकर बैठा दिया. वो पहली बार फर्स्ट क्लास में बैठे थे तो उनकी सेवा शुरू हो गई जो मांगों वो उन्हें वहां मिल रहा था. फिर थोड़ी देर बाद एक एयर होस्टेस ने आकर उन्हें एक पर्ची दी और कहा कि आपकी सीट के पास बैठे शख्स ने भेजी है. उन्होंने पर्ची खोल कर देखी तो उसमें पंजाबी में लिखा हुआ था कि हमें भी यहां बुला लो, तो उन्होंने पर्ची की दूसरी साइड पर लिख दिया कि सारी ये मेरी मेहनत की कमाई हुई सीट है.