Haryana News: हरियाणा में किसान एक बार फिर आंदोलन की राह पकड़ते हुए नजर आ रहे है. बीमा क्लेम व मुआवजे की मांग को लेकर पिछले दो महीने से चल रहे किसान आंदोलन में किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया गया. महापंचायत में शामिल होने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत सोमवार को सिरसा जिले में पहुंचे थे. इस दौरान टिकैत ने कहा कि किसानों की मांग को लेकर एक बार फिर आंदोलन किया जाएगा, जब मौसम ठंडा होगा तो आंदोलन गर्म होगा.


एमएसपी का नाम लेकर किसानों को ठगा
महापंचायत में बोलते हुए राकेश टिकैत ने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए उन्होंने कहा कि सरकार ने जो बीमा कंपनियों को लाइसेंस दिए हैं वो किसानों को बीमा क्लेम देने के लिए नहीं है बल्कि कंपनियों के मालिकों के घर भरने के लिए लाइसेंस दिए गए है. एमएसपी का नाम लेकर किसानों को ठगा गया है. उन्होंने सरकार से सभी जगहों पर एमएसपी लागू करने की मांग की है. जिससे किसानों को फसल का उचित दाम मिल सके. टिकैत ने कहा कि किसान अपने हक की मांग कर रहे है लेकिन सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है. किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं भी पहुंची. 


तहसील कार्यालय पर तालाबंदी का फैसला
किसानों ने नाथूसरी चौपटा तहसील कार्यालय को ताला लगाने का फैसला लिया. उनका कहना है कि जब तक खरीफ 2022 का बीमा उनके खातों में नहीं आएगा तब तक वो तहसील का ताला नहीं खोलने वाले. 


उड़नतश्तरी वाले बयान पर भी बोले टिकैत
किसान नेता राकेश टिकैत देर रात हिसार में लघु सचिवालय में किसानों के धरने पर भी पहुंचे. इस दौरान टिकैत ने कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा उन्हें और पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को उड़नतश्तरी बताये जाने वाले बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि यदि वो बाहर के लोग है तो देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी हरियाणा के बाहर के है. वो क्यों हरियाणा आते है. 


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