Who Is Daljeet Singh Bhana: गैंगस्टर दलजीत सिंह भाना के पैरोल को रद्द कर दिया गया है. भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने जालंधर पश्चिम सीट पर होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव पूरा होने तक भाना की पैरोल रद्द करने का निर्देश दिया. कांग्रेस और बीजेपी ने भाना की पैरोल के खिलाफ आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी और इसे रद्द करने की मांग की थी. पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी ने जालंधर के डिप्टी कमिश्नर को चुनाव आयोग के निर्देशों से अवगत कराया है.


2014 के दोहरे हत्याकांड मामले में अक्टूबर 2017 में जालंधर अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने भाना को दोषी ठहराया था. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी सरकार ने 2 जुलाई को पटियाला जेल से भाना को पैरोल की अनुमति दी है. इसके बाद जालंधर पश्चिम से ताल्लुक रखने वाला गैंगस्टर सत्तारूढ़ पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर रहा है.


दोनों पार्टियों ने दावा किया कि संभवतः उसे पोलिंग बूथ कैप्चर करने के लिए पैरोल दिलाई गई है. जालंधर पश्चिम सीट आप विधायक शीतल अंगुरल के इस्तीफे के बाद खाली हुई है. इस सीट पर 10 जुलाई को सुबह 7 से शाम 6 बजे तक मतदान कराया जाएगा और मतगणना 13 जुलाई को होगी. 


हत्याकांड के गवाहों की कर दी थी हत्या
बताया जा रहा है कि जैसे ही पैरोल रद्द होने की खबर मिली, भाना खुद ही जेल पहुंच गया. भाना को दो लोगों सिमरन और दीपांश की हत्या का दोषा पाया गया था जो एक अन्य हत्याकांड के गवाह थे जिस मामले में भाना आरोपी था. सिमरन और दीपांश की हत्या 26 फरवरी 2015 को जालंधर के राजा गार्डन कॉलोनी में हुई थी और एक अन्य युवक रणदीप घायल हुआ था. ये सभी 2012 में प्रिंस नाम के युवक की हत्या के गवाह थे. मामले में सुनवाई होनी थी इससे पहले ही इन युवकों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी. ये सभी जिम की तरफ जा रहे थे. 


गैंगस्टर को रिहा कराने का भी है आरोपी
भाना एक अन्य गैंगस्टर सुखा खलवान का करीबी था जिसके 2015 में हत्या कर दी गई थी. भाना ने हत्यारों को खुलेआम चुनौती दी थी. उसे मार्च 2015 में गिरफ्तार कर लिया गया था. भाना कई आपराधिक मामले में संलिप्त रहा है. उसने 2017 में होशियारपुर जेल से गुरप्रीत सिंह नाम के गैंगस्टर को रिहा करने की कोशिश की थी. 


ये भी पढ़ें- Punjab: जम्मू के कठुआ में आतंकी हमले में पांच जवान शहीद, भगवंत मान ने जताई चिंता, जवानों के जज्बे को किया सलाम