Haryana News: हरियाणा पुलिस ने मंगलवार को नूंह में हिंसा भड़काने के आरोप में मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया था. मोनू मानेसर लंबे समय से फरार चल रहा था. उसपर नूंह में हिंसा भड़काने के साथ राजस्थान के दो व्यक्तियों को जिंदा जलाने का भी आरोप है. फिलहाल नूंह की अदालत में मंगलवार को मोनू मानेसर को पेश करने के बाद उसे राजस्थान पुलिस को सौंप दिया गया है. 


कौन है मोनू मानेसर?
मोनू मानेसर का असली नाम मोहित यादव है. जब वो बजरंग दल की गाय संरक्षण टास्क फोर्स इकाई गोरक्षा दल के प्रमुख के रूप में काम करने लगा तो वो मोनू मानेसर से फेमस हो गया. क्योंकि वो मानेसर का रहने वाला है. उसका एक छोटा भाई और बहन भी है. पिता का पहले ही निधन हो चुका है. इसके अलावा मोनू मानेसर शादीशुदा है और उसके दो बच्चे भी हैं. वो पिछले लगभग 10 से 12 सालों से बजरंग दल से जुड़ा है. गौ तस्करों के खिलाफ उसकी सतर्कता ने उसे गौ रक्षा के काम में प्रसिद्धि दिलवाई. 


2 लोगों को जिंदा जलाने का लगा आरोप
इसी साल फरवरी में मोनू मानेसर का नाम तब सुर्खियों में आया जब भिवानी जिले के लोहारू के पास एक जंगल में एक बोलेरो से दो कंकाल मिले. मृतकों की राजस्थान के जुनैद और नासिर के रूप में हुई उन्हें जिंदा जलाया गया था. मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया कि बजरंग दल के सदस्यों ने उनका अपहरण कर उनके साथ मारपीट की और जिंदा जला दिया. अपहरण और हत्या का आरोप मोनू मानेसर पर भी लगा था. जिसके बाद राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर की तलाश में लगी हुई थी. 


नूंह में हिंसा भड़काने का भी लगा आरोप
हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को हिंसा भड़क उठी थी. इस हिंसा में दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई थी. इस हिंसा के पीछे भी मोनू मानेसर का नाम सामने आया था. दरअसल, मोनू मानेसर ने ब्रजमंडल यात्रा से पहले एक वीडियो पोस्ट किया था. जिसमें उसने ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने का दावा किया था. हालांकि वो इस यात्रा में शामिल नहीं हुआ. जिसको लेकर हरियाणा पुलिस भी मोनू मानेसर की तलाश में जुटी हुई थी. वहीं मगंलवार को हरियाणा पुलिस ने उसे मानेसर से गिरफ्तार कर लिया. 


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