Haryana News: हरियाणा में गुरुवार को चार निर्दलीय विधायकों ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) की राज्य इकाई के प्रभारी बिप्लव देब से मुलाकात की. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब सत्तारूढ़ बीजेपी और उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी (JJP) के बीच मतभेदों की खबर सामने आ रही है. देब ने एक बयान में कहा कि बैठक में हरियाणा के विधायक धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, रणधीर सिंह और सोमवीर सांगवान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास जताया है. 


क्या बीजेपी-जेजेपी साथ मिलकर लड़ेंगे चुनाव?
प्रदेश बीजेपी प्रभारी बिप्लव देब ने कहा कि उनकी पार्टी 'डबल इंजन' सरकार के तहत राज्य की प्रगति के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है. बहुमत हासिल करने में विफल रहने के बाद हरियाणा में सरकार बनाने के लिए 2019 में बीजेपी ने जेजेपी से हाथ मिलाया था. जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था. हालांकि, दोनों दलों के नेताओं ने हाल ही में यह कहते हुए एक-दूसरे पर कटाक्ष किया कि जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देकर कोई एहसान नहीं किया, क्योंकि क्षेत्रीय दल भी सरकार में शामिल हो गए हैं. दोनों दल इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हैं कि क्या वे 2024 के विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे.



बीजेपी-जेजेपी के बीच क्यों छिड़ी बहस?
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले हरियाणा बीजेपी प्रभारी बिप्लव देब ने उचाना से बीजेपी की प्रेमलता को अगला विधायक बताया था. जिसपर पलटवार करते हुए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि किसी के पेट में दर्द है, दर्द की दवाई तो मैं नहीं दे सकता. बिप्लव देब ने फिर दुष्यंत चौटाला पर पलटवार किया और कहा कि जेजेपी ने बीजेपी को समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया है. बीजेपी के संपर्क में अभी कई निर्दलीय विधायक है.इसके अलावा जेजेपी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने कहा कि बीजेपी को आगे गठबंधन नहीं रखना तो एक दीदी नहीं, बल्कि चार दीदियों को चुनाव लड़वा लें, हमें क्या दिक्कत है. 


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