Haryana Politics: हरियाणा विधानसभा होगी भंग? क्या मिलेगा नया मुख्यमंत्री
Haryana Political Crisis: हरियाणा में सियासी हलचलों के बीच तमाम चर्चाएं चल रही हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को लोकसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है. वहीं सीएम विधानसभा को भंग कर सकते हैं.
Haryana: हरियाणा में सियासी हलचल तेज हो गई है. बीजेपी ने विधायक दल की बैठक के लिए दो पर्यवेक्षक भेजे हैं. तरुण चुघ और अर्जुन मुंडा की मौजूदगी विधायक दल की बैठक होगी. इसमें दो मुख्य बातें हैं. सूत्रों के मुताबिक हरियाणा को नया मुख्यमंत्री मिल सकता है. वहीं विधानसभा भंग की जा सकती है. इस बीच चर्चा ये भी है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को करनाल से लोकसभा चुनाव लड़वाया जा सकता है. वहीं जेजेपी से रास्ते अलग होने के बाद किसी जाट नेता को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
जेजेपी से गठबंधन तोड़ने की खबरों के बीच चर्चा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर विधानसभा को भंग कर सकते हैं. क्योंकि बीजेपी चाहती है कि देश में होने वाले लोकसभा चुनावों के साथ ही हरियाणा में विधानसभा के चुनाव भी करवाए जाएं.
जेजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए दो सीटों की मांग
वहीं जननायक जनता पार्टी के सूत्रों की मानें तो मंगलवार को चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में जेजेपी के विधायक शामिल नहीं होंगे. हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सोमवार रात बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर चुके हैं. उनकी तरफ से जेजेपी की डिमांड नहीं मानी गई है. जेजेपी एक रैली करके अपना रुख साफ करने वाली है. सूत्रों की मानें तो जेजेपी ने लोकसभा चुनाव में 2 सीटों की मांग की थी, लेकिन इसपर दोनों पार्टियों के बीच सहमति नहीं बन पाई.
हलोपा विधायक गोपाल कांडा की आई प्रतिक्रिया
बीजेपी-जेजेपी के गठबंधन को लेकर सिरसा के विधायक और हरियाणा लोकहित पार्टी के अध्यक्ष गोपाल कांडा की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी का गठबंधन लगभग टूट चुका है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी सभी 10 सीटों पर जीत दर्ज करेगी. जेजेपी के बिना हरियाणा सरकार जीतेगी. उनका और निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी बीजेपी के साथ रहेगा.
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