Haryana News: भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह की जीत के बाद विवाद जारी है. एक तरफ ओलंपियन पहलवान साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्यास की घोषणा कर दी है तो वहीं बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने की घोषणा करते हुए लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास के बाहर फुटपाथ के पास रख दिया और वहां से चले गए. इन सब विवादों के बीच अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि खिलाड़ियों को खेल पर अधिक ध्यान देना चाहिए.


सीएम मनोहर लाल ने कहा, "खिलाड़ियों को खेल पर ज्यादा फोकस करना चाहिए. एसोसिएशन को लेकर जो मुद्दा सामने आया है, वह राजनीति से घिरा हुआ है. चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होते हैं, इसलिए अब उन्हें इसे स्वीकार करना चाहिए. यहां अगर कोई एसोसिएशन वोटिंग के बाद चुनी जाती है तो उन्हें स्वीकार किया जाना चाहिए. अगली बार अगर कोई और कोशिश करना चाहे तो कर सकता है."



गूंगा पहलवान भी लौटाएंगे पद्मश्री पुरस्कार 


गौरतलब है कि साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया के बाद कई और पहलवान में उनके समर्थन में आगे आए हैं. 2005 ग्रीष्मकालीन डिफ्लंपिक्स के स्वर्ण पदक विजेता वीरेंद्र सिंह यादव ने घोषणा की कि वह बृजभूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह के डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष के रूप में चुने जाने विरोध में अपना पुरस्कार लौटाएंगे.


वीरेंद्र सिंह यादव, जिन्हें गूंगा पहलवान के नाम से भी जाना जाता है, को 2021 में प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार मिला. इससे पहले, उन्हें 2015 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. वीरेंद्र सिंह ने एक्स पर लिखा, “मैं अपनी बहन और देश की बेटी के लिए पद्मश्री सम्मान भी लौटाऊंगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सर. मुझे आपकी बेटी और मेरी बहन साक्षी मलिक पर गर्व है.''


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