(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
WFI: एडहॉक कमेटी भंग होने पर छलका साक्षी मलिक का दर्द, बोलीं- 'इस नये भारत में भी नारियों के...'
Wrestling Federation of India: साक्षी मलिक ने कहा कि सरकार की ओर से कुश्ती संघ को निलंबित करने के बाद बृजभूषण शरण सिंह और संजय सिंह बयान दे रहे थे कि ये निलंबन सिर्फ दिखावा है, हम बहाल हो जाएंगे.
WFI Adhoc Committee: यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने एडहॉक कमेटी को भंग कर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की सदस्यता बहाल कर दी है. पिछले साल अगस्त में महासंघ की सदस्यता अनिश्चित काल के लिए रद्द कर दी गई थी. इसके पीछे अध्यक्ष पद के चुनाव न होने की वजह सामने आई थी. इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन (IOA) ने कहा कि कुश्ती महासंघ का निलंबन रद्द होने के बाद खेल के संचालन के लिए एडहॉक कमेटी की कोई जरूरत नहीं है. वहीं इस फैसले के बाद साक्षी मलिक (Sakshee Malikkh ) ने नाराजगी जताई है.
साक्षी मलिक ने अपने ट्वीटर हैंडल एक्स पर ट्वीट कर कहा कि 'इतिहास गवाह है इस देश की धरती पर सदियों से ताकतवर लोगों ने महिलाओं के सम्मान के साथ खिलवाड़ किया है. आज 21वीं सदी में हमने हिम्मत दिखाकर एकजुट होकर अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और पूरी जी जान लगाकर संघर्ष किया, ताकि भारतीय कुश्ती संघ से दुराचारी लोगों को हटाया जा सके और महिला पहलवान सुरक्षित महसूस करें. लेकिन संपन्न दुराचारी इतना ताकतवर है कि वो सरकार, संविधान और न्यायपालिका सबसे ऊपर है.'
साक्षी मलिक ने और क्या कहा?
साक्षी मलिक ने आगे कहा कि 'सरकार द्वारा कुश्ती संघ को निलंबित करने के बाद बृजभूषण और संजय सिंह लगातार ये बयान देते रहे कि ये निलंबन सिर्फ एक दिखावा है. कुछ दिन बाद हम बहाल हो जाएंगे और सदा के लिए हमारा ही कुश्ती संघ पर कब्जा रहेगा. यह बात सच साबित हुई और भारतीय ओलंपिक संघ के इस लेटर ने इस बात पर आधिकारिक रूप से मुहर लगा दी. साथ ही यह साबित कर दिया कि बधाई हो इस नये भारत में भी नारियों के अपमान की सदियों पुरानी परंपरा कायम रहेगी. भारत माता की जय, गऊ माता की जय और इस देश की हर माता की जय.'
आदेश में क्या कहा गया?
बता दें एडहॉक कमेटी को भंग करने का फैसला यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) द्वारा WFI पर प्रतिबंध हटाने और IOA द्वारा गठित एडहॉक कमेटी द्वारा सफल सेलेक्शन ट्रायल्स के बाद लिया गया है. इस घटनाक्रम के बाद WFI की गतिविधियों को चलाने के लिए एडहॉक कमेटी की कोई आवश्यकता नहीं है. IOA की तरफ से ये भी बताया गया कि UWW के निर्देशों के मुताबिक WFI में दुर्व्यवहार और उत्पीड़न और अन्य चिंताओं को दूर करने के लिए जल्द से जल्द सेफगार्डिंग कमेटी/ऑफिसर को नियुक्त किया जाए.
दरअसल UWW ने 23 अगस्त 2023 को फेडरेशन को चुनाव समय से नहीं कराने की वजह से सस्पेंड कर दिया था. इसके बाद खेल मंत्रालय ने 24 दिसंबर 2023 को फेडरेशन को सस्पेंड किया था. फरवरी 2024 में UWW ने WFI का निलंबन वापस लिया था. UWW ने WFI को अपनी एथलीट कमीशन को फिर से बुलाने और चुनाव कराने का निर्देश दिया था.