Haryana News: हरियाणा के यमुनानगर (Yamunanagar) के जगाधरी स्थित बीघा प्लाईवुड फैक्ट्री में सोमवार सुबह 33 वर्षीय श्रमिक की चीपर मशीन में आने से दर्दनाक मौत हो गई. श्रमिक मशीन पर काम कर रहा था कि उसी समय अचानक ये हादसा हो गया और श्रमिक कुरूडिया राम की मौत हो गई. श्रमिक के परिवार में उसकी बीवी और तीन बच्चे हैं. श्रमिक कुरूडिया राम की मौत के बाद पुलिस को इस घटना के बारे में जानकारी दी गई. घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत मौके पर पुलिस पहुंच गई और जांच में जुट गई.
मौके पर पहुंचे मृतक के ससुर ने जानकारी देते हुए बताया कि इस फैक्ट्री में पहले भी ऐसे हादसे हो चुके हैं, लेकिन उसके बाद भी फैक्ट्री में कार्यरत ज्यादातर श्रमिकों के ईएसआई कार्ड तक नहीं बनाए गए हैं. किसी भी हादसे के बाद केवल मुआवजे और इलाज के नाम पर गरीब के लिए खाना पूर्ति कर दी जाती है. वहीं फैक्ट्री प्रबंधन मृतक के परिजनों को मूआवजा देने में असमर्थ नजर आ रहा है. साथ ही फेक्ट्री में कार्यरत ज्यादातर श्रमिकों को ईएसआई कार्ड तक की सुविधा नहीं दी गई है.
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
बड़ी संख्या में सिविल अस्पताल में मौजूद श्रमिकों ने कहा कि,उनसे बारह घंटे तक काम लिया जाता है, लेकिन सुविधा के नाम पर उन्हें कुछ भी नहीं दिया जाता. देखना होगा अब जिला प्रशासन इस पर क्या संज्ञान लेता है. बरहाल पुलिस ने केस दर्ज कर धारा 174 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है. मृतक का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों के हवाले करने की प्रकिया भी शुरू कर दी गई है.
बता दें आए दिन औद्योगिक इकाइयों में मरते श्रमिको को कोई सहायता उपलब्ध नहीं हो पाती. एक ही फैक्ट्री में लगातार हुए इस दूसरे हादसे के बाद सवाल है कि क्या औद्योगिक इकाइयों में श्रमिकों की सुरक्षा के लिए उपाय हैं. मशीनें सही काम कर रही हैं या नहीं. श्रमिकों को उनका हक ईएसआई कार्ड क्यों उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है.
(राजेश यादव की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें- Old Pension Scheme: ‘कांग्रेस सरकार आने पर लागू होगा OPS’, जींद में बोले दीपेंद्र सिंह हुड्डा