Haryana Cyber Crime Report 2022: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक पी.के. अग्रवाल (P.K. Agarwal) ने गुरुवार को साल 2022 का पुलिस विभाग का रिकॉर्ड पेश किया. इस दौरान उन्होंने बताया कि साल भर में कितने साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए और उनसे कितने रुपयों की बरामदगी हुई. साथ ही साइबर अपराध के कितने मामले दर्ज किए गए, इन सबको लेकर एक ब्यौरा पेश किया. डीजीपी पी.के. अग्रवाल ने बताया कि मौजूदा साल के दौरान 880 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और उनके पास से 44 करोड़ रुपये बरामद किए गए.


डीजीपी अग्रवाल ने बताया कि अपराधियों में से 480 को फरीदाबाद और गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया है. डीजीपी ने कहा कि 15 दिसंबर, 2022 तक हरियाणा पुलिस को साइबर अपराध से जुड़ी 62,089 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 26,885 का निस्तारण कर दिया गया है. इस अवधि में, पुलिस ने 2,016 मामले दर्ज किए थे, जिनमें से 605 हल किए गए. डीजीपी अग्रवाल ने कहा कि साइबर अपराध के 51 मामले खुद पुलिस ने ही दर्ज किए, क्योंकि ये ऐसे मामले थे जिनमें शिकायतकर्ता सामने नहीं आ रहे थे और इनमें से 24 का समाधान हो चुका है.


साइबर फोरेंसिक प्रयोगशाला को मजबूत करने के लिए उठाए जा रहे कदम
एक बयान के मुताबिक, पुलिस प्रमुख ने यह भी कहा कि अतिरिक्त तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती कर पंचकूला स्थित साइबर फोरेंसिक प्रयोगशाला को मजबूत करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. डीजीपी ने कहा कि पुलिस रेंज और कमिश्नरेट मुख्यालय में ऐसी प्रयोगशाला स्थापित करने के प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध शाखा) ओ.पी. सिंह ने कहा कि 2022 के दौरान तुरंत ऋण उपलब्ध कराने वाले ऐप के माध्यम से जबरन वसूली और साइबर हमले जैसे मामले हावी रहे.


1,578 पुलिसकर्मियों को किया गया प्रशिक्षित
डीजीपी ने लोगों और कारोबारियों को लगातार स्वरूप बदलते साइबर अपराध को लेकर सतर्क रहने का आह्वान किया. वहीं डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मी आगामी नए साल में अपराध के इस नए तरीके से और भी अधिक मजबूती के साथ लड़ें. बयान के मुताबिक, वर्ष 2022 के दौरान, 1,578 पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को साइबर अपराध जांच और साइबर फोरेंसिक क्षेत्र में प्रशिक्षित किया गया.


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