Punjab News: पंजाब कांग्रेस में यूथ कांग्रेस की प्रधानी को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. आलम ये है कि अब पार्टी नेताओं के बीच आपसी खींचतान शुरू हो गई है. पूर्व मंत्री ब्रह्म महिंद्रा के बेटे मोहित महिंद्रा को यूथ कांग्रेस का प्रधान बनाए जाने से पार्टी के नेता दो धड़ों में बंटे हुए दिखाई दे रहे है. वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रताप सिंह बाजवा प्रदेश कांग्रेस मुखिया अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को नसीहत देते दिखाई दिए.
‘मोहित महिंद्रा की जीत पर खड़े हुए सवाल’
अक्षय शर्मा ने यूथ कांग्रेस की प्रधान पद पर खुद को जीता हुआ बताया. शर्मा का आरोप है कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जाली वोटों का हवाला देकर मोहित महिंद्रा को जीता हुआ घोषित कर दिया. वहीं राजा वडिंग ने मोहित महिंद्रा से मुलाकात कर उन्हें जीत की बधाई दी. वहीं मोहित महिंद्रा को यूथ कांग्रेस प्रधान पद की शपथ भी दिलवाई.
‘अब दो धड़ों में बंटी कांग्रेस’
यूथ कांग्रेस की प्रधानी को लेकर अब कांग्रेस दो धड़ों में बंट गई है. एक गुट यूथ कांग्रेस प्रधान पद पर नियुक्त हुए कांग्रेसी मंत्री ब्रह्म महिंद्रा के बेटे मोहित महिंद्रा का है तो दूसरा गुट प्रधान पद पर जीत का दावा कर रहे अक्षय शर्मा का है. वहीं मामले को लेकर प्रताप सिंह बाजवा अमरिंदर सिंह राजा वडिंग को सबको साथ चलने की नसीहत देते दिखाई दिए.
‘अब हाईकमान तक जाएगी बात’
विवाद अब पंजाब कांग्रेस के मुखिया राजा वड़िंग और प्रताप सिंह बाजवा तक पहुंच चुका है. बाजवा की तरफ से अक्षय शर्मा गुट को मामले को लेकर हाईकमान से बात करने का भरोसा दिया गया है. वहीं प्रधान पद पर अपनी जीत दावा करने वाले अक्षय शर्मा ने अपने 600 कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली जाकर कांग्रेस हाईकमान कार्यालय के बाहर धरना दिया था.
‘चुनावों पर पारदर्शिता पर भी उठे सवाल’
यूथ कांग्रेस के उप-प्रधान अक्षय शर्मा का कहना है कि वो वोटों की गिनती के दौरान आगे चल रहे थे. इस दौरान जाली वोटिंग का हवाला देकर गिनती प्रक्रिया को रूकवा दिया गया. फिर कुछ देर बाद जब दोबारा गिनती शुरू की गई तो उनके खाते में जाली वोटिंग दिखा दी गई और मोहित महिंद्रा को विजेता घोषित कर दिया गया. शर्मा का कहना है कि जब उनके गुट के सभी इंचार्ज व कार्यकर्ताओं की जीत हुई है तो वो कैसे हार सकते है. अक्षय शर्मा ने चुनाव में पारदर्शिता नहीं रखने का आरोप लगाया है.