राजस्थान में दो विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो रहा है. ये सीटें हैं वल्लभनगर (उदयपुर) और धरियावाद (प्रतापगढ़). धरियावाद सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. इन सीटों पर मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच माना जा रहा है. क्षेत्रीय दल और निर्दलीय उम्मीदवार मुकाबले को रोचक बना रहे हैं. धरियावाद से बीजेपी विधायक गौतम लाल मीणा और वल्लभनगर से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन की वजह से यह उपचनुाव कराना पड़ रहा है. इन दोनों विधानसभा सीटों पर मतदान 30 अक्तूबर को कराया जाएगा. इन सीटों पर मतगणना एक साथ 2 नवंबर को होगी. 


वल्लभनगर का मुकाबला


एक तरफ कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के में हुए विकास कार्यों पर वोट मांगा तो बीजेपी ने चुनाव प्रचार में गहलोत सरकार की नाकामियों को मुद्दा बनाया. बीजेपी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज पर भी वोट मांगा है. चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके कई मंत्रियों ने इन विधानसभा क्षेत्रों में रैलियों को संबोधित किया. कांग्रेस के कई और बड़े नेता लंबे समय तक चुनाव क्षेत्रों में डेरा डाले रहे. बीजेपी का चुनाव प्रचार करने कई केंद्रीय मंत्री पहुंचे. 


वल्लभनगर से कांग्रेस ने पिछले चुनाव में जीते शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत को टिकट दिया है. वहीं बीजेपी ने नए चेहरे हिम्मत सिंह झाला पर दांव आजमाया है. जनता सेना प्रमुख रणबीर सिंह भिंडर ने निर्दलीय उम्मीदवार हैं. वो वल्लभनगर के मुकाबले को त्रिकोणीय बना रहे हैं. वल्लभनगर कांग्रेस के वर्चस्व वाला इलाका है. लेकिन 2003 में रणबीर सिंह भिंडर ने बीजेपी के टिकट पर यहां से चुनाव जीता था. वहीं 2013 में उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीता था. वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.


क्या जीत पाएगी बीजेपी


धरियावाद (अनुसूचित जनजाति) सीट पर कांग्रेस ने नगराज मीणा और बीजेपी ने खेत सिंह को टिकट दिया है. लेकिन भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के बागी थावरचंद ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर मुकाबले को दिलचस्प रोचक बना दिया.


वल्लभनगर सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के गजेंद्र सिंह शक्तावत ने निर्दलीय उम्मीदवार रणबीर सिंह भिडंर को 3 हजार 719 मतों से हराया था. वहीं, धरियावाद में बीजेपी के गौतम मीणा ने कांग्रेस के नगराज मीणा को 23 हजार 842 मतों से हराया था. 


राजस्थान की 200 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 106 विधायक हैं. विधानसभा में बीजेपी के 71, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के 3, माकपा और भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के दो-दो, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल का 1 और 13 निर्दलीय विधायक हैं.