VAT on Petrol-Diesel: देश में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) की आसमान छू रही कीमतों से आम जनता परेशान है. ईंधन के दाम में आखिरी बार राहत 6 महीने पहले मिली थी. उसके बाद से अब तक पेट्रोल-डीजल की कीमत में 17 रुपये प्रति लीटर तक का इजाफा हो चुका है. आलम ये है कि कई राज्यों में तो पेट्रोल की कीमत 120 रुपये के पार जा चुकी है वहीं डीजल भी 100 रुपये प्रति लीटर के ऊपर बिक रहा है.
पिछले साल नवंबर महीने में कम हुए थे पेट्रोल-डीजल के दाम
बता दें कि देश में केंद्र सरकार ने पिछले साल 3 नवंबर के आस-पास पेट्रोल-डीजल की कीमत कम कर आम आदमी की राहत दी थी. इसके बाद तमाम 26 राज्यों ने भी तेल पर से एक्साइज ड्यूटी घटाने के बाद वैट कम कर दिया था. हालांकि इन राज्यों में से 7 राज्यों में अब भी पेट्रोल पर 25 फीसदी से ज्यादा वैट वसूला जा रहा है. वहीं जिन 7 राज्यों ने वैट कम नहीं किया था उनमें से चार राज्यों पेट्रोल पर 25 फीसदी या उससे कम वैट वसूला जा रहा है.
किन राज्यों में पेट्रोल पर है सबसे ज्यादा वैट
- राजस्थान- 31.4 फीसदी
- मध्य प्रदेश- 29 फीसदी
- छत्तीसगढ़- 23 फीसदी
वहीं महाराष्ट्र में पेट्रोल-डीजल पर वैट नहीं घटाया गया था यहां पेट्रोल पर 25 फीसदी वैट है जबकि डीजल पर 21 फीसदी वैट वसूला जा रहा है.
पीएम मोदी ने वैट न घटाने वाले राज्यों की आलोचना की
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोरोना महामारी पर मुख्यमंत्रियों से बैठक के दौरान पेट्रोल और डीजल पर वैट टैक्स को लेकर भी चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने पेट्रोल और डीजल में वैट टैक्स घटाकर जनता राहत नहीं देने वाले 7 राज्यों के नाम लेकर उन्हें सुनाया. उन्होंने कहा, पिछले साल नवंबर में केंद्र सरकार ने ईंधन से उत्पाद शुल्क घटा लिया था और राज्यों से भी वैट टैक्स को लेकर कटौती की बात कही थी. पीएम ने कहा कि कुछ राज्यों ने तो आगे बढ़कर जनता की सेवा के लिए करों में कटौती की लेकिन कुछ राज्य अभी भी वैट में कटौती करने के लिए बिल्कुल तैयार नहीं है.
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