ACB Action in Kota: एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की इन्टेलिजेंस इकाई ने झालावाड़ के उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां रायसिंह मोजावत के ठिकानों पर झापेमारी की. उनके पास झालावाड़ के भूमि विकास बैंक के प्रबन्ध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी है. एसीबी ने रायसिंह मोजावत की पत्नी और झालावाड़ के झालारपाटन की तहसीलदार अस्मिता सिंह के झालावाड़,जयपुर और उदयपुर स्थित विभिन्न ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान दोनों के पास से आय से अधिक की संपत्ति पाई गई. एसीबी का तलाशी अभियान अभी जारी है. 


11 टीमों ने एक साथ मारा छापा 
भ्रष्टाचार विरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय ने रायसिंह मोजावत के खिलाफ शिकायत का सत्यापन इन्टेलिजेंस शाखा और एसीबी झालावाड़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भवानी शंकर मीणा ने किया. इसमें आय से अधिक परिसंपत्तियां अर्जित करने का मामला पाए जाने पर प्रकरण दर्ज किया गया. इसके बाद एसीबी कोटा के पुलिस अधीक्षक आलोक श्रीवास्तव के सुपरवीजन में झालावाड़, जयपुर, कोटा, बूंदी, बारां और उदयपुर की 11 टीमों का गठन किया गया, इन टीमों ने शनिवार अलसुबह उनके विभिन्न ठिकानों पर तलाशी की कार्रवाई की. 


ब्यूरो की एफआईआर के प्राथमिक आकलन और तलाशी में मिले दस्तावेजों के अनुसार राय सिंह मोजावत और उसकी पत्नी अस्मिता सिंह की ओर से कई संपत्तियां अर्जित करने का अनुमान है. ये उनकी वैध आय से अधिक हैं. इस दंपत्ति ने अपनी अवैध कमाई को झालावाड़, जयपुर और उदयपुर सहित  विभिन्न शहरों में  आवासीय, कृषि योग्य और व्यावसायिक जमीन और सोने के आभूषणों की खरीद में निवेश किया है. 


अधिकारी दंपति के पास से क्या-क्या मिला है
एसीबी को तलाशी में इन दोनों अधिकारियों के ठिकाने से छह प्लॉट, जयपुर, झालावाड़-उदयपुर में तीन आवासीय मकान, झालावाड़ में फार्म हाउस, अमझार पैलेस (दर्रा जिला कोटा), कुंभलगढ़ में 6.25 बीधा जमीन सहित परिजनों और रिश्तेदारों के नाम कई बेनामी संपत्तियों के मूल दस्तावेज प्राप्त हुए हैं. इनकी बाजार कीमत करोड़ों रुपयों में है. इसके अतिरिक्त 44 हजार रुपये नगद, 315 ग्राम सोने के आभूषण, बैंक में जमा करीब 12 लाख रुपये और दो बैंक लॉकर भी मिले हैं. 


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