Kota News: '2 हजार के नोट चलाना मूर्खता के अलावा और कुछ नहीं', कांग्रेस विधायक का केंद्र पर निशाना
2000 Rupee Notes: भरत सिंह ने कहा कि साल 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी की थी जिसका उद्देश्य काला धन, आतंकवाद और जाली नोटों पर लगाम लगाना था, लेकिन तीनों ही लक्ष्य आज तक पूरे नहीं हुए.
Rajasthan News: 2 हजार रुपए के नोट को बंद करने के केंद्र सरकार के फैसले पर विपक्ष लगातार हमलावर है. अपने चिर परिचित अंदाज में पूर्व मंत्री व सांगोद से कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने भी 2 हजार रुपए के नोट को बंद करने को लेकर केंद्र सरकार पर करारा हमला बोला है. दो हजार के नोटों को आरबीआई द्वारा वापस लेने के मामले में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष को राय दी और कहा कि इस मामले में कांग्रेस को प्रदर्शन करना चाहिए.
'पहले भी फेल हो गया था प्रधानमंत्री का नोटबंदी का लक्ष्य'
विधायक भरत सिंह ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने दो हजार के नोट को बंद करने के केंद्र सरकार के फैसले पर अपनी राय दी है. भरत सिंह ने अपने पत्र में बताया कि सात साल पहले वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री ने नोट बंदी लागू की थी. इसके तीन प्रमुख कारण भारत की जनता को बताए गए थे जिसमें आतंकवाद पर नियंत्रण, जाली नोटों पर नियंत्रण एवं कालाधन पर नियंत्रण था, लेकिन तीनों ही लक्ष्य पूरे नहीं हुए हैं. नोटबंदी से आम जनता को तो परेशानी हुई मगर इसके अलावा और कुछ हासिल नहीं हुआ. प्रधानमंत्री के तीनों लक्ष्य फेल हो गए हैं.
'जाली नोट छापने वालों का कार्य और अधिक सहज हो गया'
भरत सिंह ने कहा कि वर्ष 2016 में नोटबंदी के समय 1000 के नोट बंद कर 2000 के नोट को चलाना मूर्खता के अलावा और कुछ नहीं था. दो हजार के नोट चलाने से जाली नोट छापने वालों का भला हुआ है. 1000 के नोट बंद कर 2000 के नोट से जाली नोट छापने वालों का कार्य और अधिक सहज हो गया. जनता सर्तक रहे कहीं 2000 का नोट बंद कर प्रधानमंत्री 5000 का नोट चालू न करवा दें.
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