Rajasthan Medical News: प्रदेश के 33 जिलों में बंद मिले 22 औषधालय, 26 कार्मिक अधिकारी पाए गए अनुपस्थित
Rajasthan: आयुर्वेद विभाग की शासन सचिव विनीता श्रीवास्तव के निर्देश पर सम्पूर्ण राज्य में आयुर्वेद विभाग के 332 औषधालयों और चिकित्सालयों का औचक निरीक्षण करने पर 22 औषधालय बन्द मिले.
Rajasthan News: आयुर्वेद विभाग की शासन सचिव विनीता श्रीवास्तव के निर्देश पर विभाग के 29 बड़े अधिकारियों ने प्रदेश के 33 जिलों में 332 औषधालयों और चिकित्सालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया. इनमें 22 औषधालय (Dispensary) बंद मिले. अलग-अलग जगहों पर 26 कार्मिक और अधिकारी अनुपस्थित पाए गए. राज्य के समस्त जिलों के उपनिदेशक, संभाग के अतिरिक्त निदेशक एवं आयुर्वेद विभाग निदेशक ने पूरे प्रदेश में एक साथ समस्त औषधालयों एवं चिकित्सालयों का निरीक्षण करने का लक्ष्य निर्धारित किया था. औषधालयों में उपस्थित चिकित्सकों, नर्स एवं परिचारकों की जानकारी ली गई. साथ ही औषधालय में उपलब्ध औषधियों के बारे में भी वस्तुस्थिति प्राप्त की. टोंक उपनिदेशक अरविंद शर्मा और जयपुर उपनिदेशक चंद्रशेखर शर्मा ने सर्वाधिक 15-15 निरीक्षण किए.
इन जिलों में बंद मिले औषधालय
भीलवाड़ा जिले के 10 चिकित्सालय और औषधालय में से बीड का खेडा, उन्दारों का खेडा, थलोदा और नागौर जिले के 12 में से लालास, जिजोट, मारोठ बंद थे. सवाईमाधोपुर जिले के 6 चिकित्सालय एवं औषधालय में से खिलचीपुर, भूरी पहाड़ी, पांचोलास, टोंक जिले के 15 में से बरथला, जयपुर जिले के 15 में से छारसा, दौसा जिले के 7 में से कालवान, गडरावा औषधालय बंद पाए गए. पाली जिले के 8 में से निपल, घेनडी, रामासनी बाला, जालौर जिले के 8 में से रायथल, जोधपुर जिले के 8 में से जुड, पीथावास, अलवर जिले के 13 में से जलालपुरा, तिजारा तथा कोटा जिले के 4 में से सुलतानपुरा औषधालय बंद मिले.
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अनुपस्थित कार्मिकों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
निरीक्षण के दौरान 12 चिकित्साधिकारी, 6 कंपाउंडर एवं 8 परिचारक अनुपस्थित पाए गए. आयुर्वेद विभाग के निदेशक आनंद कुमार शर्मा की ओर से किए गए 9 चिकित्सालयों में सर्वाधिक 6 कार्मिक अनुपस्थित मिले. इनमें 2 चिकित्सक, 2 नर्स एवं 2 परिचारक है. नागौर उपनिदेशक जयप्रकाश मिश्रा के निरीक्षण में 12 औषधालयों में 3 चिकित्सक एवं एक नर्स अनुपस्थित थे. विभाग ने चिकित्सक, नर्स और परिचारक का समय पर औषधालय नहीं खोलना ड्यूटी में लापरवाही माना है. बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहना कदाचार की श्रेणी में आता है. ऐसे में निरीक्षण के दौरान बंद मिले औषधालयों, चिकित्सालयों के स्टाफ और अनुपस्थित पाए गए कार्मिकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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