Rajasthan Culture News: झीलों की नगरी उदयपुर में एक बार फिर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम होने जा रहा है.यह कार्यक्रम है देश के पहले भारतीय लोक कला मंडल का 72वां स्थापना दिवस.उदयपुर शहर स्थित इस लोक कला मंडल में देश के आठ राज्यों के 250 से ज्यादा कलाकार अपनी कलाओं की प्रस्तुति देंगे.कार्यक्रम 22 फरवरी से शुरू होकर दो मार्च तक चलेगा.नौ दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम में अनोखी कलाओं का संगम देखने को मिलेगा.इसके लिए लोक कला मंडल में रंग रोगन सहित अन्य सजावटी तैयारियां पूरी हो गई हैं. मंगलवार से कलाकारों के आने का सिलसिला भी शुरू भी हो जाएगा.इसमें दो तरह के कार्यक्रम होंगे.बड़ी बात यह है कि इन कलाकारों को देखने के लिए लोककला मंडल में प्रवेश निशुल्क रखा गया है. 


लोकानुरंजन मेले का आयोजन


लोक कला मंडल के निदेशक डॉक्टर लईक हुसैन ने बताया कि समारोह के तहत तीन दिन तक लोकानुरंजन मेला और छह दिन पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह होगा.इसमें राजस्थान, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, उत्तराखंड, गुजरात सहित आठ राज्यों के 250 से ज्यादा लोक कलाकार,रंगकर्मी, शिल्पकार शामिल होंगे.समारोह में आने वाले पर्यटकों के लिए शिल्प बाजार सजाया जाएगा. इसमें राजस्थान, तेलंगाना, वाराणसी (उत्तर प्रदेश), गुजरात, बिहार आदि राज्यों के शिल्पकार अपने उत्पाद लेकर आएंगे.लोकानुरंजन मेला 22 से 24 फरवरी तक लगेगा. वहीं 19वां पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह 25 फरवरी से दो मार्च तक चलेगा.


इन संस्थाओं का मिलेगा आयोजन में साथ


उन्होंने बताया कि 25 फरवरी से शुरू होने वाले कार्यक्रम में साहित्य,संस्कृति और पुरातत्व विभाग,दी परफॉर्मर्स कल्चरल सोसायटी,उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र- पटियाला, पंजाब संगीत नाटक अकादमी, हरियाणा कला परिषद-कुरुक्षेत्र, माणिक्य लाल वर्मा आदिम जाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान,कला और संस्कृति विभाग- गोवा,खेल युवा सेवा एवं सांस्कृतिक प्रवृत्ति विभाग,गांधी नगर का सहयोग रहेगा.मेले और नाट्य समारोह में होने वाले सभी कार्यक्रम संस्था के मुक्ताकाशी रंगमंच पर शाम बजे शुरू होंगे.बता दें कि लोक कला मंडल में इनके अलावा पर्यटक कठपुतली शो और यहां का म्यूजियम भी देख पाएंगे. 


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