Rajasthan News: राजस्थान में जेल कर्मचारियों ने भूखे रहकर काम करने का एलान किया है. उन्होंने आज से अन्न का त्याग कर दिया है. 100 से अधिक जेलों के 3 हजार कर्मचारियों और जेल प्रहरियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. कर्मचारियों के आंदोलन से राजस्थान की जेलों का कामकाज प्रभावित हो सकता है. राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के बैनर तले आंदोलन शुरू किया गया है. हड़ताली जेल प्रहरियों का कहना है कि 2017 से समझौते का पालन नहीं हो रहा है.


जेल प्रहरियों ने बढ़ाया गहलोत सरकार का टेंशन


9 जुलाई 2017 को राज्य सरकार और कारागार विभाग अधिकारियों के बीच वेतन विसंगति का समझौता हुआ था. कई साल बीत जाने के बावजूद समझौते पर कोई विचार नहीं किया गया है. कार्मिकों ने कारागार विभाग के महानिदेशक को बार-बार ज्ञापन देकर समय-समय पर अवगत कराया है. पूर्व में सूचना देकर पूरे प्रदेश में कारा गृह पर 30 दिसंबर 2022 को काली पट्टी बांधकर सरकार का ध्यान खींचा गया. एक दिन का सांकेतिक विरोध प्रदर्शन भी किया गया. 15 दिन बाद अनिश्चितकाल के लिए अन्न त्याग भूखे रहकर ड्यूटी करने का निवेदन किया.




समझौते का पालन नहीं करने का लगाया आरोप


राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत जिला महामंत्री राधेश्याम ने आंदोलन को समर्थन मिलने का दावा किया. 1998 से वेतन और भत्तों की विसंगतियां पर हुए राज्य सरकार से समझौते का पालन नहीं किया जा रहा है. राजस्थान की 100 से अधिक जेलों में सेंट्रल जेल, जिला, महिला एवं सब जेलों में 3 हजार से अधिक महिला और पुरुष जेल प्रहरी काका म कर रहे हैं. जेल प्रहरियों की लंबे समय से वेतन विसंगति की शिकायत रही है. ऐसे में अब उन्होंने आंदोलन की राह पकड़ी है.


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