Rajasthan News:  राजस्थान पुलिस (Rajasthan Police) को 35 नए आरपीएस मिल गए हैं. प्रोबेशनर बैच संख्या 53 का दीक्षांत समारोह हुआ. इसमें कुल 35 आरपीएस प्रोबेशनर थे.अब यहां की पासिंह आउट परेड के बाद ट्रेनिंग के लिए दक्षिण में जाएंगे. वहां से लौटने के बाद उन्हें जिम्मेदारी दी जाएगी. राजस्थान पुलिस अकादमी (RPA) जयपुर स्थित के परेड ग्राउंड में प्रोबेशनर बैच संख्या 53 का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने परेड का निरीक्षण किया.


इन अधिकारियों को मिला पुरस्कार


इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों ने शपथ ग्रहण किया और शस्त्र शपथ ली. मुख्यमंत्री गहलोत ने श्रेष्ठ प्रशिक्षणार्थियों को पुरस्कृत किया.पुरस्कृत  प्रशिक्षणार्थियों में ओवर आल बेस्ट कृष्णराज, बेस्ट इन आउटडोर कृष्णराज जांगिड़, बेस्ट इन फोरेंसिक इन्वेस्टिगेशन मेघा गोयल, बेस्ट इन इनडोर मीनाक्षी शामिल हैं. उन्होंने राष्ट्रपति पुलिस पदक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक माधोसिंह सोढा और हेड कांस्टेबल भूरीलाल को और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  राजेंद्र नैन, पुलिस निरीक्षक अमीन हसन, संत लाल मीणा, ओमप्रकाश वर्मा, उप निरीक्षक विनय कुमार व्यास, हनुमान प्रसाद, एएसआई दशरथ सिंह, जोगेंद्र कौर, गिरधारी लाल शर्मा, मुरार खां,हेड कांस्टेबल कंवर लाल बिश्नोई, मदा राम, गजबी लाल, मुश्ताक कुरैशी और कॉन्स्टेबल शकरू खां को पुलिस पदक प्रदान किया.


पुलिस महानिदेशक की अपील


महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने राजस्थान पुलिस के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए प्रशिक्षणार्थियों से पूर्ण निष्ठा,ईमानदारी और सेवा की भावना से काम कर इसे निरंतर आगे बढ़ाने की अपील की. उन्होंने राजस्थान पुलिस के सुदृढीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया. राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक और महानिदेशक पुलिस राजीव शर्मा ने बताया कि आरपीएस प्रोबेशनर बैच संख्या 53 में 13 महिलाओं सहित कुल 35 अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है.


आरपीएस बने झुंझुन जिले के संदीप सिंह ने कहा कि हमारा सपना साकार हुआ.अब मिलने वाली जिम्मेदारी के दौरान आने वाली चुनौती का सामना करना होगा. हम बेहतर काम करेंगे. अब नया सफर शुरू हो रहा है.इसमें अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निर्वहन करना है. 


ये भी पढ़ें


Nav Samvatsar 2080: उदयपुर में नवसंवत्सर पर निकाली जाएगी भव्य कलश यात्रा, धर्मसभा में शामिल होंगे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री