Rajasthan Education News: पीएम श्री योजना में राजस्थान के स्कूलों ने लहराया परचम, जानें किस जिले के कितने स्कूल चुने गए
Rajasthan News: इस योजना का ऑनलाइन पोर्टल पर बेंचमार्क सरकारी स्कूलों के आवेदन के मामले में भी राजस्थान देश में अव्वल रहा.ऑनलाइन आवेदन के बाद राजस्थान ने 13 हजार 931 सरकारी स्कूलों का सत्यापन कराया.
उदयपुर: राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा,महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की स्थापना, नामांकन में उत्तरोत्तर प्रगति, विद्यालयों के ढांचागत विकास और शैक्षिक नवचारों की सतत पहल एक बार फिर रंग लाई है.देश में शैक्षणिक विकास के कई पैरामीटर्स में अनवरत अव्वल प्रदर्शन के बाद अब राजस्थान ने पीएम श्री योजना में भी सर्वाधिक सरकारी स्कूलों को चयन कराते हुए देशभर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.इस योजना में प्रदेश के 21 हजार 356 सरकारी स्कूलों को बेंचमार्क विद्यालय माना गया है.वहीं योजना के तहत 402 स्कूलों का चयन किया गया है.
किस जिले के कितने स्कूल चुने गए
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के आयुक्त और राज्य परियोजना निदेशक डॉ. मोहन लाल यादव ने बताया कि इस योजना के प्रथम चरण में चयनित प्रदेश के 402 सरकारी स्कूलों में जयपुर के सर्वाधित 28 स्कूल हैं. वहीं जोधपुर के 24, उदयपुर के 22 और बाड़मेर के 21 सरकारी स्कूल इसमें शामिल हैं.वहीं अलवर और नागौर के 18-18, भरतपुर और भीलवाड़ा के 15-15, अजमेर के 14, श्रीगंगानगर, चितौड़गढ़ और सीकर के 13-13, झुंझुनू के 12, बांसवाड़ा, दौसा और पाली के 11-11, बीकानेर, बारां, डूंगरपुर, जालौर और झालावाड़ के 10-10, करौली, कोटा, प्रतापगढ़ एवं हनुमानगढ़ के नौ-नौ, टोंक, धौलुपर और राजसमंद के आठ-आठ, चुरू, जैसलमेर, सवाईमाधोपुर के सात-सात, सिरोही के छह और बूंदी के पांच विद्यालयों का चयन हुआ है.
प्रदेश के शिक्षा मंत्री डॉक्टर बीडी कल्ला ने बताया कि पीएम श्री योजना के प्रथम चरण में राजस्थान के सबसे ज्यादा 402 सरकारी विद्यालयों का चयन किया गया है. इनमें माध्यमिक शिक्षा के 346 और प्राथमिक शिक्षा के 56 सरकारी स्कूल शामिल हैं.प्रदेश के कुल 718 स्कूलों को इस योजना में शामिल किया जाएगा. इसमें से राजस्थान ने पहले चरण में ही 56 प्रतिशत विद्यालयों का चयन कराते हुए विशेष सफलता प्राप्त की है.जुलाई में द्वितीय चरण में शेष स्कूलों का चयन प्रस्तावित है.
इन मानकों पर खरे उतरे राजस्थान के सरकारी स्कूल
शिक्षा मंत्री डॉक्टर कल्ला ने बताया कि इस योजना के लिए सरकारी स्कूलों के चयन के जो बेंचमार्क निर्धारित किए गए हैं,उनमें एलीमेंट्री सेटअप (कक्षा 1 से 5 और 1 से 8 तक) और सेकेंडरी सेटअप (कक्षा 6 से 12 तक) में स्कूलों में नामांकन राज्य के औसत नामांकन से अधिक,अच्छे कंडीशन में विद्यालयों का पक्का भवन, बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, हाथ धोने के लिए अलग से सुविधा,सभी शिक्षकों के पास गाइडलाइन के अनुरूप आईडी कार्ड,बैरियर फ्री एक्सेस रैम्प,सुरक्षा पर फोकस, बिजली का कनेक्शन, लाइब्रेरी और खेल गतिविधियों के लिए आवश्यक सुविधाएं जैसे पैरामीटर्स शामिल हैं.इनमें राजस्थान के सरकारी स्कूलों की स्थिति,योजना की गाइडलाइन के अनुसार प्राथमिक स्क्रूटनी (21 हजार 356 स्कूल), प्रथम चरण (402 स्कूल) और कुल चयन (718 स्कूल) में पूरे देश में अव्वल रही है.
राजस्थान के 21 हजार 356 सरकारी स्कूलों को मिला बेंचमार्क
डॉ.कल्ला ने बताया कि योजना में चयन के मानदंडों के आधार पर राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालयों के चयन के लिए स्क्रूटनी की गई. इसमें राजस्थान के 21 हजार 356 विद्यालय बेंचमार्क पाए गए.राज्य के सरकारी विद्यालयों में नामांकन और नवाचारों के साथ-साथ छात्र-छात्राओं के लिए आवश्यक सुविधा और संसाधनों से परिपूर्ण स्कूल परिसर जैसे पैरामीटर्स पर यह संख्या भी पूरे देश में अव्वल थी.स्क्रूटनी में इतनी बड़ी संख्या में राज्य के सरकारी स्कूलों की पात्रता के बाद शिक्षा विभाग की टीम ने एक मुहिम चलाई. इसके तहत योजना के ऑनलाइन पोर्टल पर इन 21 हजार 356 बेंचमार्क विद्यालयों में से 21 हजार 317 सरकारी स्कूलों ने स्वयं के स्तर पर आवेदन किया.
शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान ने बताया कि इस योजना का ऑनलाइन पोर्टल पर बेंचमार्क सरकारी स्कूलों के आवेदन के मामले में भी राजस्थान देश में अव्वल रहा.ऑनलाइन आवेदन के बाद राजस्थान ने 13 हजार 931 सरकारी स्कूलों का सत्यापन कराया. राजस्थान के बाद आंध्र प्रदेश के 7892, आसाम के 7776, उत्तर प्रदेश के 7054, महाराष्ट्र के 4848, कर्नाटक के 4700, पंजाब के 4632, मध्य प्रदेश के 3483, गुजरात के 2163 और उत्तराखण्ड के 1704 स्कूलों को ऑनलाइन आवेदन के बाद वेरीफाइड किया गया.
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