Rajasthan Online Fraud: राजस्थान के राजसमन्द (Rajsamand) में आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) में फर्जी खाते खुलवाकर इनसे देशभर में 500 करोड़ रुपए की ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) का मामला सामने आया है. पुलिस ने इस मामले में ठगी के गिरोह से जुड़े 5 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है. इसमें खास बात ये रही कि जब कोर्ट में मामला पहुंच तो कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच उच्च स्तरीय एजेंसी से कराने के आदेश जारी कर दिए हैं. कोर्ट (Court) ने मामला एक दिन के अपराध का ना होकर लगातार अपराध का माना है. फिलहाल, राजसमन्द एसपी सुधीर चौधरी (Sudhir Chaudhary) ने जांच संभाग स्तर की साइबर अपराध शाखा (Cyber Crime Branch) के प्रभारी डीएसपी विवेक सिंह (Vivek Singh) को दी है. बता दें कि राजसमन्द राजनगर पुलिस ने 16 अप्रैल को इस मामले का खुलासा किया था जिसमें अब तक हुए अनुसंधान में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया और करीब 500 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी सामने आई है. 


कोर्ट ने क्या कहा 
कोर्ट ने कहा कि करोड़ों की ठगी का ये मामला नियमित अपराध का नहीं है, बल्कि इसे संगठित तरीके से नवीनतम साइबर तकनीकों और तरीकों का उपयोग कर बैकिंग का दुरुपयोग कर अंजाम दिया जा रहा है. ऐसे अपराधियों के तौर तरीकों को समझने के लिए बैंकिंग और साइबर अपराध के विशेषज्ञों की अनुसंधान में जरूरत है. वर्तमान जांच अधिकारी एएसआई हैं जो अदालत को मामले की जांच की अपनी रणनीति में सक्षम नहीं हैं. वो साइबर धोखाधड़ी समझाने में संबंधित सामान्य प्रश्नों के उत्तर देने और साक्ष्य एकत्र करने के लिए अपनाए जाने वाले तौर तरीकों को लेकर असहाय हैं. पुलिस महानिदेशक से परामर्श कर राज्य या राष्ट्रीय स्तर की जांच एजेंसी से जांच करवाएं. 


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ऐसे करते थे ठगी
अभियुक्त लोन लेने वाले जरूरतमंद लोगों को टारगेट करते थे. उन्हें लालच देते थे कि सस्ते ब्याज पर लोन करवा देंगे. झांसे में आने के बाद ये लोग इनको अपने साथ बैंक में लेकर जाते थे और बैंक फार्म स्वयं ही भरकर अपने साथियों के बताए अनुसार उन बैंक खातों में मोबाइल नंबर जुड़वाते थे. बैंक पास बुक, चेक बुक, एटीएम कार्ड कोरियर के माध्यम से आने पर बैंक खातें में लिंक नंबर पर कॉल आती तो ठग बताए गए पते पर उसे प्राप्त कर लेते थे. इसके बाद बैंक पास बुक, चेक बुक, एटीएम कार्ड पार्सल के जरिए मुंबई भिजवा देते. मुंबई में बैठे इनके गिरोह के सदस्य दस्तावेज रिसिव कर लेते थे. फिर फर्जी ऑनलाईन लॉटरी एप, गेम एप, ऋण एप से देशभर के लोगों से ठगी करते और फर्जी बनाए बैंक खातों में राशि डलवा देते थे ताकि पुलिस इन तक ना पहुंच सके.


मुख्यालय से मांगे गए निर्देश
एसपी सुधीर चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा है देश भर से करीब 500 करोड़ की ठगी के मामले में सक्षम अधिकारी और एजेंसी से जांच करवाने के लिए पुलिस मुख्यालय से निर्देश मांगे हैं. फिलहाल उदयपुर रेंज साइबर शाखा के डीएसपी विवेक सिंह जांच करेंगे.


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